नफरती भाषण देने वाले रमेश बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक में पार्टी की जिम्मेदारी दिए जाने पर विपक्षी दलों के नेताओं ने बीजेपी पर हमला किया है। उनका कहना है कि बीजेपी ने नफरत वाले भाषण के लिए इनाम दिया है। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "बीजेपी 'नफरत' को पुरस्कृत करती है, संसद के विशेष सत्र में इस्तेमाल किए गए अकथनीय शब्दों के लिए दानिश अली पर हमला करने के लिए बिधूड़ी को पुरस्कृत किया गया, उन्हें राजस्थान में टोंक जिले का बीजेपी प्रभारी बनाया गया। टोंक में मुस्लिम आबादी 29.25% है। राजनीतिक लाभ के लिए 'नफरत' का प्रतीक है!"
उनकी यह टिप्पणी तब आयी है जब लोकसभा सदस्य रमेश बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिले में चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि उनकी जिम्मेदारी जिले के भाजपा चुनाव प्रभारी के समान होगी। टोंक जिले में बड़ी संख्या में गुर्जर समुदाय के मतदाता हैं। इस जिले में चार विधानसभा सीटें हैं। भाजपा का मानना है कि बिधूड़ी वोटों को स्विंग करने में मदद कर सकते हैं क्योंकि वह भी गुर्जर जाति से हैं। बता दें कि हाल ही में संसद के विशेष सत्र में उनका एक आपत्तिजनक बयान सामने आया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए बिधूड़ी के भाषण के एक हिस्से में बिधूड़ी को बार-बार दानिश अली को अपशब्द और इस्लामोफोबिक शब्द कहते हुए देखा गया। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें चेतावनी दी। उनकी टिप्पणियाँ रिकॉर्ड से हटा दी गईं। विपक्ष के भारी विरोध के बीच भाजपा ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस भेजा है और उनसे 15 दिनों के भीतर अपनी असंसदीय भाषा पर स्पष्टीकरण देने को कहा है।
इसी बीच अब इसी बीजेपी ने बिधूड़ी को टोंक जिले में चुनाव का जिम्मा दिया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस पर तंज कसते हुए कहा, 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास- ये सब है इनका बकवास।'तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने भी बीजेपी की आलोचना की और कहा कि बिधूड़ी को एक मुस्लिम सांसद के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए इनाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जिस व्यक्ति को एक कारण बताओ नोटिस दिया है उसको वह नई भूमिका कैसे दे देती है? उन्होंने पूछा, 'नरेंद्र मोदी जी, क्या यह अल्पसंख्यकों के लिए आपकी स्नेह यात्रा है, आपकी प्रेम यात्रा है?'
बता दें कि जिस टोंक जिले में बिधूड़ी को भेजा गया है वहाँ गुर्जर समुदाय के मतदाता बड़ी संख्या में हैं। इस जिले में भाजपा द्वारा रमेश बिधूड़ी को भेजना इसलिए भी अहम है कि यह जिला वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है। सचिन पायलट भी गुर्जर समुदाय से आते हैं। 2018 में पायलट टोंक विधानसभा सीट से ही चुने गए थे। अटकलें लगाई जा रही है कि सचिन पायलट आगामी विधानसभा चुनाव भी टोंक निर्वाचन क्षेत्र से लड़ेंगे।टोंक जिले में चार विधानसभा सीटें हैं। समझा जाता है कि भाजपा मानती है कि बिधूड़ी वोटों को स्विंग करने में मदद कर सकते हैं क्योंकि वह भी उसी जाति से हैं।
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