loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

जीत

बाबूलाल मरांडी
बीजेपी - धनवार

जीत

निषाद पार्टी की ''हां'' से बीजेपी की जान में जान आई, 18-20 सीटें देने को तैयार

यूपी में जिस तरह ओबीसी के तमाम नेता बीजेपी छोड़कर जा रहे हैं, बीजेपी नेतृत्व ने फौरन निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद को दिल्ली बुला लिया और उनसे गठबंधन में रहने का भरोसा मांगा। कल से ही यह चर्चा थी कि निषाद पार्टी के नेता भी समाजवादी पार्टी में जा सकते हैं।

योगी मंत्रिमंडल से कल जैसे ही स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा हुआ और बाकी ओबीसी विधायकों ने भी बीजेपी छोड़ने की घोषणा की तो उसके फौरन बाद गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर यूपी की निषाद पार्टी के अधयक्ष डॉ. संजय निषाद को दिल्ली बुला लिया गया। अमित शाह और कोर कमेटी के बाकी सदस्यों धर्मेंद्र प्रसाद, सुनील बंसल, योगी आदित्यनाथ आदि ने संजय निषाद के साथ कई घंटे तक बैठक की। 

ताजा ख़बरें

डॉ. संजय निषाद ने आज दिल्ली में रात वाली बैठक की पुष्टि करते हुए कहा कि हमें डेढ़ दर्जन सीटें देने का भरोसा बीजेपी नेतृत्व ने दिया है। सीटों की घोषणा दो-तीन दिन में होगी। सवालों के जवाब में संजय निषाद ने कहा कि बीजेपी छोड़कर जाने वाले अवसरवादी है। मंत्री रहते हुए जब मलाई खा रहे थे, तभी क्यों नहीं मंत्री पद छोड़ा। इनके जाने से फर्क नहीं पड़ता। 2022 में बीजेपी की सरकार बनेगी।

Nishad Party's Yes given Life to BJP, will give 18-20 seats to this OBC Party - Satya Hindi

आरक्षण का वादा क्या हुआ

लगभग एक महीना हो रहा है लेकिन निषाद उपजातियों को अनुसूचित जाति का दर्जा नहीं मिल पा रहा है। 17 दिसम्बर को लखनऊ में निषाद समाज पार्टी की रैली को गृह मंत्री अमित शाह ने संबोधित किया था। इस रैली में निषादों को अनुसूचित जाति आरक्षण का लाभ देने की घोषणा की जानी थी। लेकिन अमित शाह ने कोई घोषणा नहीं की। इस पर रैली के दौरान ही लोगों ने अपनी नाराजगी जता दी। संजय निषाद ने भी नाराजगी प्रकट की। फिर उन्होंने बीजेपी नेतृत्व को अल्टीमेटम जारी कर दिया।

राजनीति से और खबरें

इसके बाद दिल्ली में धर्मेंद्र प्रधान के घर और बाद में राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के आवास पर इस संबंध में बैठक हुई। इसके बाद धर्मेंद्र प्रधान के घर जनगणना आयुक्त को बुलाकर बात की गई। पिछले एक महीने से चल रही इस कवायद के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला। यही वजह है कि स्वामी प्रसाद के इस्तीफे के बाद बीजेपी आलाकमान को बची-खुची ओबीसी पार्टियों को रोकने की चिन्ता हुई। चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से अब बीजेपी ने अगली सरकार का गठन होने पर आरक्षण का लाभ देने का भरोसा दिया है। डॉ संजय निषाद इसी भरोसे पर बीजेपी के साथ फिलहाल बने हुए हैं। लेकिन अगर उनके समाज ने फिर दबाव बनाया तो वो पलटी मारने में देर नहीं लगाएंगे। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें