loader

खड़गे के कड़े निर्देश के बावजूद अधीर माने नहीं, कहा- ममता का विरोध जारी रहेगा

बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि वह ऐसे व्यक्ति के पक्ष में नहीं बोल सकते जो राज्य में "मुझे और हमारी पार्टी को राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहता है।" अधीर की यह टिप्पणी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा चौधरी को फटकार लगाने के कुछ घंटों बाद आई, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह इस बात पर निर्णय लेने वाले कोई नहीं हैं कि बनर्जी को विपक्ष के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन का सदस्य होना चाहिए या नहीं।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अधीर रंजन चौधरी ने कहा- "मैं किसी ऐसे व्यक्ति के पक्ष में नहीं बोल सकता जो मुझे और बंगाल में हमारी पार्टी को राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहता है। यह प्रत्येक कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए एक लड़ाई है। मैंने उनकी ओर से बात की है।" अधीर रंजन कांग्रेस के बहरामपुर उम्मीदवार हैं और टीएमसी ने यूसुफ पठान को उतारा है।
ताजा ख़बरें

कांग्रेस उम्मीदवार अधीर ने कहा कि ममता बनर्जी के प्रति उनका विरोध उनके सैद्धांतिक रुख से आया है और कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है। चौधरी ने कहा, "कोई व्यक्तिगत शिकायत नहीं है, लेकिन मैं उनकी (ममता) राजनीतिक नैतिकता पर सवाल उठाता हूं।"

अपने बारे में खड़गे की टिप्पणी पर चौधरी ने कहा, "मैं नहीं चाहता कि राज्य कांग्रेस का इस्तेमाल उनके (ममता बनर्जी) निजी एजेंडे के लिए किया जाए और फिर संगठन को खत्म कर दिया जाए। अगर खड़गे जी मेरे विचारों के खिलाफ बोलते हैं, तो मैं कांग्रेसियों के लिए राज्य में जमीनी स्तर पर बोलना जारी रखूंगा।”

इससे पहले, चौधरी ने कहा था कि बंगाल की मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं किया जा सकता क्योंकि वह इंडिया गठबंधन से भाग गई हैं और भाजपा से हाथ मिला सकती हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने बंगाल के पुरुलिया, बांकुरा और झाड़ग्राम जिलों में वामपंथियों को बदनाम करने के लिए माओवादियों से मदद मांगी थी और फिर उन्हें छोड़ दिया।

शनिवार को, कांग्रेस प्रमुख ने मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ममता बनर्जी के बारे में अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी को खारिज कर दिया। खड़गे ने कहा- "ममता बनर्जी गठबंधन के साथ हैं। उन्होंने हाल ही में कहा है कि वह सरकार में शामिल होंगी। अधीर रंजन चौधरी फैसला नहीं लेंगे। फैसला मैं और आलाकमान लेंगे, जो सहमत नहीं होंगे वे बाहर जाएंगे।" तृणमूल कांग्रेस नेता और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी खड़गे के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चौधरी को स्पष्टीकरण और खंडन अब से बहुत पहले आना चाहिए था जब चुनावी माहौल अपने चरम पर है।

राजनीति से और खबरें
कुणाल घोष ने कहा- "ममता बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया था कि टीएमसी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है और रहेगी। बंगाल कांग्रेस और अधीर रंजन चौधरी बार-बार ममता बनर्जी पर हमला कर रहे हैं और भाजपा को ऑक्सीजन दे रहे हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे को यह पहले ही कहना चाहिए था।" 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें