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फ़ोटो साभार: ट्विटर/संसद टीवी

पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा की पत्नी को आयकर नोटिस; पूर्व पीएम का ये कैसा सम्मान? 

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पत्नी चेन्नम्मा देवेगौड़ा को आयकर विभाग से नोटिस मिला है। उनके बेटे एचडी रेवन्ना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि अब वे मेरी माँ को नोटिस जारी कर रहे हैं। उन्होंने सवाल पूछा है कि आख़िर उन्हें किसलिए निशाना बनाया जा रहा है? 

राज्य के पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना ने यह आरोप सोमवार को लगाया और एक रिपोर्ट के अनुसार आज यानी मंगलवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि बीजेपी ही एकमात्र पार्टी है जो सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का सम्मान करती है और उनके काम की तारीफ़ करती है। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार पार्टी के एक नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आंबेडकर स्टेडियम में संसदीय दल की बैठक में बीजेपी सांसदों को संबोधित करते हुए यह बात कही। वह पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान को दर्शाने वाले आगामी संग्रहालय का ज़िक्र करते हुए यह बात कही।

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इधर, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के बेटे रेवन्ना ने केंद्रीय एजेंसी पर उनके परिवार को परेशान करने का आरोप लगाया है। सोमवार को हसन में पत्रकारों से बात करते हुए रेवन्ना ने कहा, 'आईटी विभाग को हमें नोटिस जारी करने दें। अब, वे मेरी माँ को नोटिस जारी कर रहे हैं। हम अपनी ज़मीन पर गन्ना उगा रहे हैं। उन्हें आना चाहिए, देखना चाहिए और ज़मीन का ड्रोन सर्वे करना चाहिए। क्या मेरे माता-पिता ने करोड़ों रुपये कमाए हैं? क्या हमने कोई नई संपत्ति खरीदी है? एक राजनीतिक दल को क्यों निशाना बनाया जा रहा है?'

रेवन्ना ने कहा कि उनकी मां को हसन ज़िले के डोड्डापुरा और पडुवलाहिप्पे में उनके परिवार की स्वामित्व वाली ज़मीन के लिए नोटिस मिला। उन्होंने कहा कि उनकी माँ को उनकी संपत्ति से संबंधित सभी विवरण मांगने के लिए आईटी नोटिस जारी किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वे क़ानून के अनुसार अपनी प्रतिक्रिया देंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री और रेवन्ना के भाई एचडी कुमारस्वामी ने भी कहा है कि उनका परिवार इस नोटिस को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल नहीं करेगा। उन्होंने कहा, 'हमारा परिवार पारदर्शी रहा है और आईटी नोटिस के बारे में परेशान या चिंतित होने की कोई आवश्यकता नहीं है। नोटिस के जवाब में जो भी जवाब देना होगा, हम देंगे।'

वैसे, तमाम विपक्षी दलों के नेता बीजेपी पर केंद्रीय एजेंसियों के ग़लत इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाते रहे हैं। हाल में शिवसेना ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर ऐसे तीखे आरोप लगाए थे।

हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के क़रीबी रिश्तेदारों पर कार्रवाई हुई थी। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने क़रीब हफ्ते भर पहले मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में उद्धव ठाकरे के एक रिश्तेदार की 6.45 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया था। ईडी इससे पहले राज्य के दो कैबिनेट मंत्रियों और एनसीपी नेताओं- नवाब मलिक और अनिल देशमुख को मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में गिरफ्तार कर चुका है। 

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इन कार्रवाइयों पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि केंद्र सरकार ने ईडी को एनसीपी नेता के पीछे इसलिए लगाया कि वह लगातार सच बोल रहे थे। राउत ने बिना किसी का नाम लिए कहा था कि 2024 के बाद आपकी भी जाँच होगी, यह याद रखना। इससे पहले संजय राउत ने कहा था कि जांच एजेंसियों ने उन पर हमला करके उनकी बेटी की शादी में काम करने वाले डेकोरेटर और मेहंदी लगाने वाली एक कंपनी पर भी ईडी की रेड करा दी। 

ऐसा ही आरोप ममता बनर्जी लगाती रही हैं। ऐसा इसलिए कि उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को केंद्रीय एजेंसी से नोटिस मिल चुका है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव जैसे नेता भी ऐसे ही आरोप लगाते रहे हैं। कांग्रेस के नेता तो बार-बार ऐसे आरोप लगाते रहे जब पी चिदंबरम, कार्ति चिदंबरम जैसे नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों ने कार्रवाई की।

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क़मर वहीद नक़वी
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