अमित शाह के चुनावी अभियान में मुजफ्फरनगर जैसा नजारा देवबंद में भी दिखा। हजारों लोग देवबंद में अमित शाह की चुनावी रोडशो में उमड़ पड़े। समाचार एजेंसी एएनआई ने देवबंद का वीडियो जारी किया है। हालांकि बाद में यहां का रोड शो रोक दिया गया। चुनाव आयोग ने रोड शो पर पाबंदी लगा रखी है।
अमित शाह दोपहर में मुजफ्फनगर में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। वहां भी सैकड़ों की तादाद में बीजेपी कार्यकर्ता उनके साथ रोड शो में निकल पड़े। उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं था। लेकिन देवबंद में तो और भी गजब हो गया। यहां पर तमाम सुरक्षाकर्मी बीजेपी कार्यकर्ताओं को समझाते दिखे, हटाते दिखे लेकिन कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं थे।
एएनआई के वीडियो में साफ दिख रहा है कि हजारों लोग वहां की गलियों में जमा हैं। अमित शाह का वाहन वहां से गुजर रहा है। भारी तादाद में लोग घरों की छतों पर भी खड़े हैं। महत्वपूर्ण यह है कि अमित शाह प्रधानमंत्री मोदी के बाद दूसरे नंबर पर सबसे कीमती राजनेता हैं। लेकिन मुजफ्फरनगर और देवबंद की भीड़ में उनकी सुरक्षा की भी धज्जियां उड़ती दिखीं। अमित शाह के सामान्य कार्यक्रमों में इतनी सुरक्षा रहती है कि सामान्य बीजेपी कार्यकर्ता उनके पास तक नहीं फटक सकता लेकिन अगर देवबंद और मुजफ्फरनगर में कोई भीड़ को देखेगा तो हैरान रह जाएगा। वहां सामान्य कार्यकर्ता ही अमित शाह के आसपास थे।
अमित शाह जी ने सहारनपुर देवबंद में प्रचार रोक दिया, कारण बताया गया कि भीड़ ज्यादा हो गई कोरोना नियम टूट रहा था
— Raja Pal (@Rraja_pal) January 29, 2022
इसलिए रोकना पड़ा?
भीड़ के डर से प्रचार रोक दिया? खदेड़ा होने की आशंका थी क्या? देवबंद वाले बताएं?#UPElections2022 । #UPElection2022 pic.twitter.com/Rci7Dbketn
कितने प्रभावित होंगे प्रभावी मतदाता
बीजेपी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हालात को अनुकूल न पाकर अपने नेताओं की फौज यहां उतार दी है। सारे बड़े नेता पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चक्कर काट रहे हैं। अमित शाह पिछले पांच दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही मंडरा रहे हैं। पार्टी ने अब होटलों में प्रभावी मतदाता संवाद शुरू किया है। जिसमें कोई बड़ा बीजेपी नेता जाकर संबोधित करता है, फिर उस कार्यक्रम में आए लोगों को लज़ीज़ खाना या हैवी नाश्ता परोसा जाता है। बीजेपी की इस रणनीति से वोट का कितना फायदा होगा, यह 10 मार्च को पता चलेगा लेकिन इन कार्यक्रमों से लगता है कि बीजेपी जबरदस्त दबाव में आ चुकी है। आमतौर पर होटलों में वो लोग पहुंचते हैं जो बीजेपी नेताओं या कार्यकर्ताओं के संपर्क में होते हैं। वे खाना या नाश्ता कर लौट जाते हैं। आम आदमी इन कार्यक्रमों में नहीं पहुंच पाते। ऐसे में यह कार्यक्रम बीजेपी को बहुत वोट दिला पाएगा, इसमें संदेह है।
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अमित शाह ने ऐसे ही एक कार्यक्रम को मुजफ्फरनगर में संबोधित किया था, जिसका आयोजन जाट नेता संजीव बालियान ने किया था। इसी तरह स्मृति ईरानी ने आज मेरठ के क्रिस्टल होटल में ऐसे ही आयोजन को संबोधित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बागपत में ऐसे ही कार्यक्रम को संबोधित तिया। इसी तरह केशव प्रसाद मौर्य भी बिजनौर जा पहुंचे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा बरेली में ऐसे ही कार्यक्रम में पहुंचे। कुल मिलाकर बीजेपी ने एक रणनीति के तहत पूरा फोकस पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर कर दिया है।
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