कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पार्टी के 5 सांसदों ने चुनाव कराने वाले प्राधिकरण को पत्र लिखा है। इस पत्र में अध्यक्ष का चुनाव पारदर्शी ढंग होगा या नहीं, इसे लेकर चिंता जताई गई है। यह पत्र कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को 6 सितंबर को लिखा गया है। पत्र लिखने वालों में शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलोई, मनीष तिवारी और अब्दुल खालिक शामिल हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सांसदों के संयुक्त पत्र में कहा गया है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनके द्वारा मतदाता सूची को सार्वजनिक किए जाने की मांग की गलत ढंग से व्याख्या की जा रही है।
सांसदों ने कहा है कि वे पार्टी के किसी आंतरिक दस्तावेज को देने की मांग नहीं कर रहे हैं बल्कि उनकी यह मांग है कि कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को प्रदेश कांग्रेस कमेटियों में जो डेलीगेट्स बनाए गए हैं और जो अध्यक्ष के चुनाव में मतदाता भी हैं, उस सूची को उपलब्ध कराना चाहिए।
जबकि मधुसूदन मिस्त्री ने इस बारे में कहा था कि मतदाता सूची सार्वजनिक नहीं की जाती है लेकिन कांग्रेस पार्टी का कोई सदस्य इसकी जांच करना चाहता है तो वह पीसीसी कार्यालय में जाकर जांच कर सकता है और किसी भी उम्मीदवार के द्वारा नामांकन दाखिल करने के बाद उसे इस मतदाता सूची को दिया जाएगा।
अब्दुल खालिक को छोड़कर अन्य सभी नेता कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में मतदाता सूची को सार्वजनिक करने की मांग पहले भी खुलकर उठा चुके हैं। यहां यह भी याद दिलाना होगा कि शशि थरूर और मनीष तिवारी कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं के गुट G-23 में शामिल हैं।
सांसदों ने कहा है कि इससे इस बात का पता चल सकेगा कि अध्यक्ष के चुनाव में कौन-कौन वोट डाल सकता है और कौन नामांकन कर सकता है। सांसदों ने कहा है कि अगर कांग्रेस के चुनाव प्राधिकरण को मतदाता सूची को सार्वजनिक करने को लेकर कोई चिंता है तो उसे इसे ऐसी जगह डाल देना चाहिए जहां पर कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार और चुनाव में बनाए गए सभी मतदाता इसे देख सकें।
सांसदों ने कहा है कि चुनाव में उम्मीदवार और मतदाताओं के लिए यह आसान नहीं है कि वे सभी 28 प्रदेश कांग्रेस कमेटियों और नौ केंद्र शासित प्रदेशों में जाकर मतदाता सूची को वैरिफाई करें। सांसदों ने यह भी कहा है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, अध्यक्ष का चुनाव पारदर्शी ढंग से होने को लेकर उनकी चिंता बनी रहेगी।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि इन 5 सांसदों में से कुछ ने मधुसूदन मिस्त्री को पिछले हफ्ते अलग से भी एक पत्र लिखा है और मतदाता सूची को सार्वजनिक करने की मांग की है।
निश्चित रूप से अध्यक्ष के चुनाव से पहले मतदाता सूची को सार्वजनिक किए जाने की मांग जोर-शोर से उठ रही है। कांग्रेस का पूरा ध्यान जहां भारत जोड़ो यात्रा पर है वहीं अध्यक्ष के चुनाव से पहले यह एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है कि मतदाता सूची को सार्वजनिक किया जाए।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए 24 सितंबर से 30 सितंबर तक नामांकन भरे जाने हैं। एक से ज्यादा उम्मीदवार होने की स्थिति में 17 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 19 अक्टूबर को मतों की गिनती के साथ ही नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। ऐसे में जब नामांकन की तारीख नजदीक आ रही है तो निश्चित रूप से यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या कांग्रेस मतदाता सूची को सार्वजनिक करेगी।
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