कर्नाटक निकाय चुनाव में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया। शहरी क्षेत्रों की 1187 सीटों में से कांग्रेस का 508 सीटों पर कब्जा हो गया है।
देर रात घोषित नतीजों में बताया गया है कि बीजेपी को 437 सीटें मिली हैं। जबकि जेडीएस को 45 सीटें मिली हैं। आम आदमी पार्टी ने एक सीट पर जीत हासिल कर अपना खाता खोल दिया है। अन्य को 196 सीटें मिली हैं। इन नतीजों में कई नगर निगमों और नगर पालिकाओं के नतीजे शामिल हैं।
इस संबंध में अगर वोट शेयर की बात की जाए तो कांग्रेस का वोट शेयर 42.6 फीसदी से ज्यादा हो गया है, जबकि बीजेपी का वोट शेयर 36.9 फीसदी पर आ गया है।
स्थानीय निकाय चुनावों को जनता का मूड माना जाता है। जनता स्थानीय समस्याओं के मुद्दों पर वोट देती है। मुद्दों की बात करें तो जनता ने बीजेपी को कई जगह पराजित कर संकेत दे दिया है। इस जीत पर कांग्रेसी खेमे में जश्न का माहौल है। प्रदेश अध्यक्ष डी. शिवकुमार को इसके लिए बहुत बधाइयां मिल रही हैं।
कांग्रेस ने अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ और राजस्थान के निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया था। दोनों राज्यों में उसकी सरकारें हैं। लेकिन पंजाब में सरकार होने के बावजूद कांग्रेस चंडीगढ़ में ज्यादा बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकी थी। आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ म्यूनिस्पल कॉरपोरेशन में सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं। कांग्रेस दूसरे और बीजेपी तीसरे नंबर आ गई है।
कर्नाटक में आज रात आए स्थानीय निकाय चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता 2023 में विधानसभा चुनाव जीतने के दावे करने लगे हैं।
अपनी राय बतायें