कमरतोड़ महंगाई और पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती क़ीमतों के ख़िलाफ़ कांग्रेस बड़ा मोर्चा खोलने जा रही है। पार्टी जुलाई में लगातार 10 दिन तक देश भर में इन दोनों मुद्दों को लेकर सड़कों पर उतरेगी। ये फ़ैसला 24 जून को हुई अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में लिया गया।
बैठक में एआईसीसी के सभी महासचिव शामिल हुए। बैठक में काफ़ी वक़्त से लटके मसलों जैसे- कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के आंतरिक चुनाव पर चर्चा हुई या नहीं, इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है।
बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि महंगाई, ईंधन की बढ़ी क़ीमतों के अलावा, दालों, खाद्य तेलों की क़ीमत भी आसमान छू रही है और 2 मई, 2021 से बाद से अब तक मोदी सरकार ने 29 बार पेट्रोल-डीजल की क़ीमतें बढ़ा दी हैं। पार्टी ने कहा है कि देश के 150 शहर ऐसे हैं, जहां पेट्रोल 100 रुपये से ज़्यादा क़ीमत पर बिक रहा है।
बैठक में पार्टी नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने पेट्रोल पर 32.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी लगाई है और ऐसा करके उसने पिछले सात साल में 22 लाख करोड़ रुपये कमा लिए हैं। इसी तरह पिछले छह महीनों में खाद्य तेलों की क़ीमत दोगुनी हो गई है।
सोनिया गांधी ने कहा कि देश के लोग कोरोना महामारी, बढ़ती बेरोज़गारी और तनख़्वाहों में हुई कटौती की मार झेल रहे हैं और अब कांग्रेस इसके ख़िलाफ़ देशव्यापी प्रदर्शन करेगी।
यह तय किया गया है कि ब्लॉक, जिला और राज्य के स्तर पर 7 से 17 जुलाई तक प्रदर्शन किया जाएगा और इसमें कांग्रेस के सभी फ्रंटल संगठन- जैसे महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस वग़ैरह भाग लेंगे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं को जिलों में साइकिल यात्रा निकालने के लिए कहा गया है।
ग़रीब तबके पर मार
11 जून को भी कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई क़ीमतों के ख़िलाफ़ देश भर में प्रदर्शन किया था। कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि 2014 में जब एनडीए सरकार सत्ता में आई थी तो सिलेंडर 410 रुपये का था जो अब बढ़कर 819 रुपये का हो गया है और इस वजह से वेतनभोगी और ग़रीब तबका सबसे ज़्यादा प्रभावित हो रहा है।
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बीजेपी नेता ख़ामोश
सवाल यह है कि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल की क़ीमतों को लेकर तत्कालीन यूपीए सरकार पर बरसने वाली बीजेपी के राज में ईंधन की क़ीमतें आसमान छू रही हैं। लेकिन वह इन्हें कम करने के बजाए क़ीमत बढ़ाते जा रही है और तब इन मुद्दों पर प्रदर्शन करने वाले बीजेपी के नेता राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी ख़ामोश बने रहते हैं।
बुरे हाल
24 जून को पेट्रोल और डीजल में 23 व 26 पैसे बढ़ाए गए और उसके बाद मुंबई में पेट्रोल 103.89 रुपये बिका जबकि डीजल 95.79 रुपये प्रति लीटर। दिल्ली में पेट्रोल की क़ीमत 97.76 और डीजल की 88.30 रही। जबकि चेन्नई में पेट्रोल 98.88 और डीजल 92.89 रुपये प्रति लीटर बिका। एक अन्य महानगर कोलकाता में पेट्रोल के दाम 97.63 और डीजल के 91.15 रहे। यह आसानी से समझा जा सकता है कि कितने बुरे हालात हैं।
9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पेट्रोल पहले ही शतक लगा चुका है। ये राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, जम्मू और कश्मीर, ओडिशा और लद्दाख हैं।
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