भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को आगामी लोकसभा चुनावों के लिए 195 उम्मीदवारों के नामों के साथ अपनी पहली सूची जारी करते हुए 33 मौजूदा सांसदों के स्थान पर नए चेहरों को शामिल किया। इससे कई संकेत मिल रहे हैं। सबसे बड़ा संकेत तो यही है कि सत्तारूढ़ पार्टी को अपने ही पुराने सांसदों की जीत का भरोसा नहीं है। इसलिए उनके टिकट काट दिए गए। भाजपा ने आखिर हिम्मत क्यों नहीं दिखाई, जबकि चुनाव तो पीएम मोदी की छवि पर जीता जाना है तो ऐसे में किसी का टिकट काटने की जरूरत ही नहीं थी। लेकिन सबसे चौंकाने वाले नामों में पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे परवेश वर्मा, भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी हैं, जिनके नाम पहली सूची में नहीं हैं। ये सभी अपनी विवादित साम्प्रदायिक टिप्पणियों के लिए बदनाम हैं। क्या यह माना जाए कि भाजपा कुछ भूल सुधार करना चाहती है।
भाजपा ने दिल्ली में लोकसभा सीटों के लिए पांच उम्मीदवारों की घोषणा की, जिनमें से चार मौजूदा सांसदों के स्थान पर हैं। भाजपा ने चांदनी चौक लोकसभा सीट से दो बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्ष वर्धन को हटाकर प्रवीण खंडेलवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। पश्चिमी दिल्ली सीट से भाजपा ने दो बार के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा की जगह कमलजीत सहरावत को टिकट दिया है। इसने दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है, जो वर्तमान में मीनाक्षी लेखी के पास है। दक्षिणी दिल्ली से भाजपा ने रमेश बिधूड़ी को हटाकर रामवीर सिंह बिधूड़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने हाल ही में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर चर्चा के दौरान सांसद दानिश अली पर अपमानजनक टिप्पणी करके बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा कर दिया था। दानिश अली को निशाना बनाने वाली बिधूड़ी की विवादास्पद टिप्पणियों के वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए, जिसकी व्यापक आलोचना हुई। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कथित तौर पर संसद के भीतर दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल पर अपनी पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। आपत्तिजनक टिप्पणियों को संसदीय रिकॉर्ड से हटा दिया गया और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सत्र के दौरान बिधूड़ी के आचरण के लिए तुरंत खेद व्यक्त किया।
असमः पार्टी ने असम में पांच नए चेहरों को मैदान में उतारा है जबकि अन्य 6 मौजूदा सांसद हैं। सिलचर निर्वाचन क्षेत्र में, भाजपा ने सांसद राजदीप रॉय की जगह परिमल शुक्लाबैध्या को उम्मीदवार बनाया है। सांसद होरेन सिंह बे की स्वायत्त जिला (एसटी) सीट अमर सिंह टिसो को दी गई है। रानी ओजा सांसद की गोहाटी लोकसभा सीट से बिजुली कलिता मेधी चुनाव लड़ेंगी, जबकि रंजीत दत्ता तेजपुर से चुनाव लड़ेंगे, जहां पल्लब लोचन दास मौजूदा सांसद हैं। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने डिब्रूगढ़ में सांसद रामेश्वर तेली की जगह ली है।
छत्तीसगढ़
गुजरातः यहां से भाजपा ने 15 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए 5 मौजूदा सांसदों को हटा दिया। बनासकांठा लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद प्रभातभाई सवाभाई पटेल की जगह रेखाबेन हितेशभाई चौधरी चुनाव लड़ेंगी। तीन बार के सांसद किरीट सोलंकी की जगह अहमदाबाद पश्चिम (एससी) में दिनेशभाई केदारभाई मकवाना को दी गई है। राजकोट में भाजपा ने मौजूदा सांसद मोहनभाई कल्याणजी कुंडारिया को हटाकर केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला को अपना उम्मीदवार बनाया है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया पोरबंदर सीट से उम्मीदवार हैं, जो वर्तमान में पार्टी सांसद रमेशभाई लवजीभाई धादुक के पास है। राजपालसिंह महेंद्रसिंह जाधव पंचमहल सीट से लड़ेंगे क्योंकि मौजूदा सांसद रतनसिंह मगनसिंह राठौड़ को हटा दिया गया है।
झारखंड
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की जगह हज़ारीबाग़ से भाजपा के उम्मीदवार मनीष जयसवाल होंगे। भाजपा की सूची की घोषणा से एक दिन पहले सिन्हा ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव से बाहर हो रहे हैं। लोहरदगा (एसटी) में समीर ओरांव ने तीन बार के सांसद सुदर्शन भगत की जगह ली।
राजस्थान
बाजपा ने राजस्थान में पांच मौजूदा सांसदों को बदल दिया। 15 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। नए चेहरे जो चूरू, भरतपुर, जालोर, उदयपुर और बांसवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे।
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