loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट

जीत

पूर्णिमा दास
बीजेपी - जमशेदपुर पूर्व

जीत

कांग्रेस विधायक आफताबुद्दीन मोल्ला

असमः पुजारियों पर टिप्पणी के आरोप में कांग्रेस विधायक गिरफ्तार

असम पुलिस ने पुजारियों, नामघरिया और संतों के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में कांग्रेस विधायक आफताबुद्दीन मोल्ला को गिरफ्तार किया है। एएनआई ने डीजीपी जीपी सिंह के हवाले से बताया कि दिसपुर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 295(ए)/153ए(1)(बी)/505(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि असम पुलिस की यह कार्रवाई बिना ऊपरी आदेश पर नहीं हो सकती। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा खुद तमाम विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं लेकिन कांग्रेस विधायक पर यह कार्रवाई किसी दूरगामी राजनीति का हिस्सा लग रही है।
असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "गिरफ्तार कांग्रेस नेता की पहचान जलेश्वर विधानसभा क्षेत्र (असम) से मौजूदा विधायक आफताबुद्दीन मोल्ला के रूप में की गई है।"
ताजा ख़बरें
पुलिस ने बताया कि एक शिकायत पर आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत दिसपुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। कांग्रेस विधायक पर आरोप है कि उन्होंने 4 नवंबर को गोलपाड़ा जिले में एक सार्वजनिक बैठक में पुजारियों, नामघरिया और संतों को निशाना बनाते हुए भड़काऊ भाषण दिया था।

गुवाहाटी के पुलिस कमिश्नर दिगंता बोरा ने स्पष्ट किया कि नफरत फैलाने वाले भाषण पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार कांग्रेस विधायक आफताबुद्दीन मोल्ला को शिकायत मिलने पर गिरफ्तार किया गया है। अगर कोई भाषण सांप्रदायिक विद्वेष पैदा कर सकता है तो पुलिस स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई भी कर सकती है। 

भाजपा के शहजाद पूनावाला ने विधायक की गिरफ्तारी के बाद उनका विवादित वीडियो और खबर को सोशल मीडिया पर फैलाने में देर नहीं लगाई। भाजपा नेता पूनावाला ने सोशल मीडिया पर लिखा है- कांग्रेस विधायक आफताबुद्दीन मोल्ला ने हिंदुओं को बदनाम करते हुए कहा, "जहां भी बलात्कार होता है, हमेशा एक "साधु" (हिंदू पुजारी) या "नामघोरिया" (वैष्णव प्रार्थना घर के देखभालकर्ता) शामिल होते हैं।
सनातन पर हमले के बाद अब इंडी एलायंस हिंदू संतों पर हमला कर रहा है। स्टालिन से मोल्ला तक! क्या उनमें किसी मौलवी या पुजारी के बारे में ऐसा कहने का साहस होगा? नहीं, ठीक ही है। लेकिन हिंदुओं पर यह लगातार हमला क्यों - उनकी आस्था पर, प्रभु श्री राम, राम मंदिर, राम चरितमानस और अब साधुओं पर। सब वोटबैंक के लिए? क्या राहुल गांधी उन पर कार्रवाई करेंगे? असम पुलिस ने धारा 295(ए)/ 153ए(1)(बी)/505(2) आईपीसी) के तहत कार्रवाई की है।

राजनीति से और खबरें
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला के बयान से साफ है कि भाजपा इस मामले को चार राज्यों में हो रहे चुनाव के दौरान जबरदस्त ढंग से उछालने वाली है। अभी तक खुद पीएम मोदी और अन्य भाजपा नेताओं ने बार-बार इन चुनावों में धार्मिक रंग मिलाना चाहा लेकिन जनता में उत्साह नजर नहीं आया। छत्तीसगढ़ में तो महादेव ऐप विवाद में महादेव का नाम लेकर पीएम मोदी ने खुद मामला उठाया लेकिन इसका असर दिखा नहीं। इससे पहले कर्नाटक चुनाव में भी इसी तरह बजरंगबली का नाम लेकर विवाद खड़ा किया गया था लेकिन कर्नाटक के मतदाताओं ने सारे विवाद की हवा निकाल दी थी।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें