समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने आज राजनीतिक मुलाकात की। दोनों ने विधानसभा सीटों के बंटवारे पर बात की।
इस मुलाकात के बाद जयंत चौधरी ने कहा कि हमने यूपी के भविष्य को लेकर अपने संबंधों को आज और मजबूत किया। जबकि अखिलेश यादव ने कहा कि जयंत चौधरी के साथ यूपी के भविष्य पर बात की। काफी दिनों से मीडिया का एक वर्ग खबरों में कहा था कि दोनों नेताओं के बीच सीटों को लेकर अंतिम निर्णय नहीं हो पा रहा है। दोनों इसलिए एकसाथ रैलियां नहीं कर रहे हैं। दूरी बना रखी है। लेकिन आज उन सभी कयासबाजियों पर विराम लग गया।
सपा सूत्रों के मुताबिक रालोद को करीब 34 सीटें दी जा सकती हैं। इनमें से कुछ सीटें सपा टिकट पर लड़ी जाएंगी लेकिन नाम रालोद की तरफ से दिया जाएगा। इसी तरह सपा के भी कुछ नेता रालोद टिकट पर लड़ सकते हैं। रालोद सूत्र भी यही कह रहे हैं कि दोनों दल सम्मानजनक ढंग से चुनाव लड़ेंगे। जयंत चौधरी के लगभग सभी सुझावों को अखिलेश ने माना है। कहीं कोई विवाद या मनमुटाव की गुंजाइश नहीं छोड़ी गई है।
इससे पहले खबरें आई थीं कि रालोद को 36 सीटें दी जाएंगी। ज़्यादातर सीटें पश्चिमी यूपी में हैं। इसी दौरान जयंत चौधरी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा जब एक ही विमान से लखनऊ से दिल्ली आए तो फिर अटकलें लगने लगीं। कुछ दिन बाद जब जयंत चौधरी पहले दौर की बातचीत के लिए अखिलेश के लखनऊ आवास पर पहुंचे तब जाकर गोदी मीडिया शांत हुआ। लेकिन अभी दो दिन पहले गोदी मीडिया ने फिर से दोनों नेताओं और दलों के बीच बढ़ती कथित दूरी की खबरें चला दीं। उन्हीं को विराम देने के लिए दोनों ने आज मुलाकात की और फोटो सार्वजनिक कर दिया।
बहरहाल, जब तक चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान नहीं करेगा, तब तक दोनों ही दल सीटों की घोषणा भी नहीं करेंगे। दोनों नेता पूरी सावधानी से चल रहे हैं, ताकि तीसरा दल दोनों दलों के नेताओं को तोड़ने में न लग जाए।
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