बीजेपी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया। लेकिन इस घोषणापत्र में सपा प्रमुख अखिलेश यादव का दबाव साफ नजर आ रहा है। अखिलेश यादव ने किसानों के लिए मुफ्त बिजली और 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली की घोषणा पहले ही कर दी थी। अब बीजेपी ने भी कहा है कि सत्ता में दोबारा आने के बाद 48 घंटे से भी कम समय में किसानों के लिए बिजली मुफ्त कर दी जाएगी। सभी किसानों को नौकरी देने का वादा तक शामिल है। हर किसान परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी।हालांकि बीजेपी पिछले पांच साल से यूपी की सत्ता में है और केंद्र में साढ़े सात साल से है, लेकिन उसने मुफ्त बिजली जैसी घोषणा इससे पहले कभी नहीं की।
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गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के घोषणापत्र को जारी किया। घोषणापत्र में कहा गया है कि उज्ज्वला योजना के तहत दो मुफ्त एलपीजी सिलेंडर (होली और दिवाली पर एक-एक), 60 से अधिक महिलाओं के लिए मुफ्त सार्वजनिक परिवहन यात्रा और महिलाओं के लिए मुफ्त दोपहिया वाहनों का भी वादा है।
सत्तारूढ़ दल द्वारा किए गए तमाम अन्य वादे भी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी द्वारा पेश किए गए कड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
बीजेपी घोषणापत्र में राज्य की प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने और निवेश में ₹ 10 लाख करोड़ तक आकर्षित करने की प्रतिबद्धता शामिल है। पार्टी विधवाओं के लिए पेंशन को मौजूदा ₹800 प्रति माह से बढ़ाकर ₹1,500 प्रति माह करने का भी वादा करती है।
अमित शाह ने इस मौके पर कहा, "कुछ दिनों पहले अखिलेश यादव ने हमारा 2017 का संकल्प पत्र (बीजेपी का 2017 का चुनावी घोषणा पत्र) लहराया और पूछा कि हमने क्या किया ... मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारे 212 वादों में से 92 प्रतिशत पूरे हो गए हैं ...।"
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