एआईएमआईएम अध्यक्ष असद्दुदीन ओवैसी ने कहा है कि उनके एक वीडियो को संपादित कर लोगों को गुमराह किया गया, ताकि हरिद्वार धर्म संसद में मुसलमानों के नरसंहार की धमकी और विवाद को दबाया जा सके। उन्होंने कहा कि मेरा पूरा भाषण किसी और घटना के संदर्भ में है, हरिद्वार की घटना से कोई संबंध नहीं है।
हरिद्वार धर्म संसद में दी गई धमकी के बाद कल ओवैसी के एक भाषण का वीडियो वायरल हुआ था, जिसे सुनकर ऐसा लगता था कि जैसे वो पुलिस वालों को धमकी दे रहे हों।
ओवैसी के मुताबिक एक मिनट के वीडियो को बीजेपी नेता तहसीन पूनावाला और कुछ अन्य लोगों ने जारी किया था। उससे गलत संदेश भेजने की कोशिश की गई।
आल्ट न्यूज समेत तमाम फैक्ट चेकर साइटों ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि ओवैसी के वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई।
ओवैसी ने कहा कि उन्होंने हिंसा भड़काने की कोई धमकी नहीं दी। मैंने सिर्फ पुलिस अत्याचार की बात उठाई थी।
ओवैसी का वीडियो वायरल होने के बाद ओवैसी को गिरफ्तार करो हैशटैग नाम से सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। वह ट्रेंड आज दोपहर तक जारी रहा।

ओवैसी ने क्या कहा
ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी धर्म संसद में मुसलमानों के नरसंहार की धमकी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने जा रही है।
उन्होंने कहा कि कानपुर देहात की एक रैली में मैंने 12 दिसम्बर को भाषण दिया था। लेकिन उस 45 मिनट के भाषण वाले वीडियो को काटकर एक मिनट का कर दिया गया। उस एक मिनट के वीडियो से लग रहा है जैसे मैं हिंसा की धमकी दे रहा हूं।
ओवैसी ने कानपुर देहात की रैली में दिए गए भाषण का सबूत पेश करते हुए बताया कि कानपुर देहात के रसूलाबाद पुलिस स्टेशन में रफीक नामक शख्स को पीटने और दाढ़ी नोचने का आरोप लगा था।
उनके मुताबिक उस रैली में मैंने उन पुलिस वालों से कहा था कि योगी और मोदी हमेशा नहीं रहेंगे। हो सकता है कि मुसलमान भी हालात के मद्देनजर अभी खामोश हैं, लेकिन वो तुम्हारे अत्याचार को नहीं भूलेंगे। तुम्हें अल्लाह सजा देगा। लेकिन जब समय बदलेगा तो तुम्हें बचाने कौन आएगा।
ओवैसी के सबूत और तमाम फैक्ट चेकर साइटों की पुष्टि के बाद यह साफ हो गया कि धर्म संसद की धमकी से ध्यान बंटाने के लिए उनके वीडियो से छेड़छाड़ की गई।
ओवैसी ने उस रैली में एक ऑटो रिक्शा चलाक को पुलिस वालों द्वारा उसके बेटे के सामने घसीटे जाने का भी जिक्र किया गया है। उस संदर्भ में भी वो पुलिस वालों को नसीहत देते नजर आते हैं।
ओवैसी ने कहा कि हमारा मानना है कि अल्लाह अपने बंदों के साथ नाइंसाफी नहीं होने देता। उन्होंने लोगों से कहा कि नाउम्मीद न हों। अल्लाह से उम्मीद रखें। यूपी में पुलिस मुसलमानों के साथ जो सलूक कर रही है, क्या उसे याद रखना गलत है।
ओवैसी ने धर्म संसद में दी गई धमकी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उसमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह तक को धमकियां दी गईं।

फिर बोले आरोपी वसीम रिजवी
हरिद्वार धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोपी शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जितेन्द्र नारायण सिंह उर्फ वसीम रिजवी ने एक वीडियो संदेश में कहा कि उनके खिलाफ दर्ज कराया गया केस बताता है कि मुस्लिम समुदाय के आतंकी हताश हो गए हैं।
धर्म संसद में दी गई धमकी को नफरत फैलाने वाले भाषण मानने से इनकार करते हुए रिजवी ने कहा कि वहां जो बोला गया, वो सच है। हिन्दू अब एकजुट हो रहा है। मुस्लिम राजनीति करने वाली पार्टियां इसलिए बौखला गई हैं।
बता दें कि वसीम रिजवी ने हाल ही में सनातन धर्म स्वीकार किया है।
अपनी राय बतायें