My statement on the revocation of my suspension from Parliament today.
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) December 4, 2023
आपका बेटा आज से संसद में दोबारा आपकी सेवा में pic.twitter.com/869rRDBylj
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निलंबन वापस होने के बाद AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा- "11 अगस्त को मुझे राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। मैं अपने निलंबन को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट गया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया और अब 115 दिनों के बाद मेरा निलंबन रद्द कर दिया गया है... मुझे खुशी है कि मेरा निलंबन वापस ले लिया गया है और मैं सुप्रीम कोर्ट और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को धन्यवाद देना चाहता हूं...।''
सांसद सस्मित पात्रा, एस फांगनोन कोन्याक, एम थंबीदुरई और नरहरि अमीन ने चड्ढा पर उनसे पूछे बिना उनका नाम सदन के पैनल में जोड़ने का आरोप लगाया था। हालांकि आप ने बीजेपी पर चड्ढा को 'जानबूझकर फंसाने की कोशिश' करने का आरोप लगाया था। पार्टी ने कहा था कि राघव चड्ढा के खिलाफ 'फर्जी हस्ताक्षर' के आरोप 'झूठे और राजनीति से प्रेरित' थे। इसने भाजपा पर पार्टी के खिलाफ बोलने के लिए चड्ढा को निशाना बनाने का आरोप लगाया था।
उच्च सदन ने सदन के नेता पीयूष गोयल द्वारा राघव चड्डा को निलंबित करने के लिए प्रस्ताव पारित किया था। गोयल ने आप नेता के 'अनैतिक आचरण की आलोचना की और इसे 'नियमों की अपमानजनक अवहेलना' बताया था।
BJP का झूठ Expose करने पर Suspend किए गए Raghav Chadha‼️
— AAP (@AamAadmiParty) August 11, 2023
Amit Shah के फ़र्ज़ी Signature के आरोप का @raghav_chadha ने उदाहरण देकर दिया जवाब-
"मैंने 10 लोगों को Birthday Party का Invitation दिया।
8 लोगों ने स्वीकार किया, 2 लोगों ने कहा कि तेरी हिम्मत कैसे हुई Invite करने की
उसी… pic.twitter.com/Bt3H3SP9nN
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