सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस के कार्यक्रम में जाने पर प्रतिबंध क्यों लगा था? इसकी क्यों ज़रूरत है? समझिए, आरएसएस को बेहद क़रीब से जानने वाले राहुल देव की टिप्पणी से।
देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध क्यों लगाया था और इसको लेकर उनकी राय क्या थी? उनकी राय को सरकार द्वारा कर्मचारियों को आरएसएस में जाने की छूट देने के संदर्भ में समझिए।
उत्तर प्रदेश में काँवड़ यात्रा मार्ग पर भोजनालयों, रेहड़ी पर मालिकों की पहचान उजागर करने वाला आदेश देने वालों को क्या यह पता है कि देश ने इतिहास में एकजुटता के लिए आस्था और विवेक के बीच किस तरह का सामंज्य देखा है?
बजट से ठीक पहले चंद्राबाबू नायडू की दिल्ली यात्रा के क्या मतलब हैं? चंद्राबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार दोनों ही अपने प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की बात करते रहे हैं।
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर खाने-पीने का सामान बेचने वाले होटलों, ढाबों, रेहड़ी-पटरी वालों को अपने मालिकों के नाम प्रदर्शित करने का आदेश क्यों दिया? इसका सीधा-सीधा मतलब क्या है?
नीट पेपर लीक मामले में भले ही सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला जो कुछ भी आए, लेकिन एक तो तय है कि धर्मेन्द्र प्रधान और नरेंद्र मोदी सरकार की परीक्षा अभी से शुरू हो गई है?
डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के संदर्भ में बीजेपी के आईटी सेल के चेयरमैन अमित मालवीय ने दावा किया कि जैसे अमेरिका में ट्रंप विरोधियों के बनाये माहौल का नतीजा जानलेवा गोलीबारी है वैसा ही परिणाम राहुल के बनाये मोदी विरोधी माहौल का भी हो सकता है।
क्या राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में सत्ता संघर्ष या वैचारिक अंतर्विरोध को लेकर किसी तरह का घमासान मचा हुआ है? संघ के सामने यह मुश्किल क्यों है कि हिंदू समाज को अपने पीछे गोलबंद भी करना है और उसकी सच्चाई से रूबरू भी नहीं होना है?
रोजमर्रा की सबसे बड़ी ज़रूरत वाली तीन सब्जियों- आलू, प्याज और टमाटर की महंगाई आख़िर बार-बार आसमान क्यों छू लेती है? किसान कभी सब्जियाँ सड़कों पर फेंकने को मजबूर होते हैं तो कभी ग़रीबों की इसको ख़रीदने की क्षमता तक नहीं बच पाती?
क्या भारत में रोजगार की स्थिति बेहद ख़राब नहीं है? गुजरात के भरूच में 10 नौकरियों के लिए इंटरव्यू में सैकड़ों की तादाद में युवाओं के पहुँचने से क्या संकेत मिलते हैं?
सुप्रीम कोर्ट ने जैसा फ़ैसला अब मुस्लिम महिलाओं के गुज़ारा भत्ता को लेकर दिया है, वैसा ही फ़ैसला 1985 में भी दिया था। लेकिन उस फ़ैसले के बाद कांग्रेस के रवैये ने देश की राजनीति बदल दी। क्या अब फ़ैसले का स्वागत होगा?
कर्नाटक भाजपा के सात बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश जिगाजिनागी ने दलितों को लेकर आख़िर अपनी ही पार्टी के ख़िलाफ़ इस तरह खुलकर क्यों बोल रहे हैं? जानिए, बीजेपी में दलितों को लेकर क्या सोच रही है।