भारत-चीन सीमा पर तनाव बढ़ने की घटनाओं को लेकर मीडिया में बढ़ा-चढ़ाकर रिपोर्टें जारी की जा रही हैं। इससे दोनों देशों के रिश्तों में अनावश्यक तनाव पैदा होता है।
आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि लॉकडाउन खोलने को लेकर नागरिकों के मन में जैसी चिंताएँ हैं वैसी उन लोगों के मनों में बिलकुल नहीं हैं जो दुनिया भर में सरकारों में बैठे हुए हैं।
लॉकडाउन काल अब बहुत निष्ठुर और निर्मम दौर में आ पहुँचा है। ज़रा भी अपने घेरे से निकलिए। बाहर झाँकिए। और ग़रीब बस्तियों की आहट भर लीजिए। बिना ध्वनि की चीत्कारें आपका दिल चीरकर रख देती हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के भोजन-सुरक्षा विशेषज्ञ पीटर एंवारेक ने कहा है कि मांसाहार से कोरोना के फैलने का ख़तरा ज़रूर है लेकिन हम लोगों को यह कैसे कहें कि आप मांस, मछली, अंडे मत खाइए?
भारत और चीन के सैनिक एक बार फिर एक-दूसरे के सामने आ गए। दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा का विवाद एक बड़ा मुद्दा है और इसे जल्द से जल्द सुलझाया जाना चाहिए।
1857 स्वतंत्रता संग्राम की 163वीं सालगिरह है। 10 मई 1857, दिन रविवार को छिड़े भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में देश के हिंदुओं, मुसलमानों और सिखों ने मिलकर विश्व की सबसे बड़ी साम्राज्यवादी ताक़त को चुनौती दी थी।
एक ख़बर सरकार के एक आधिकारिक प्रवक्ता द्वारा दी गई यह जानकारी है कि देश को अब कोरोना के वायरस के साथ ही जीना सीखना होगा। इस ख़बर को बहस में आने ही क्यों नहीं दिया गया?
आंध्र प्रदेश में विशाखापट्टम, तमिलनाडु में कुड्डालोर, महाराष्ट्र में नासिक और छत्तीसगढ़ में रायगढ़। ये उन जगहों के नाम हैं जहाँ 7 मई को हुए अलग-अलग भीषण औद्योगिक हादसों में कई लोग हताहत हुए हैं।
मुंबई में डॉक्टर एकेसियो गैब्रिएल वेगस ने कभी शहर को प्लेग जैसी महामारी से बचाने के लिए दिन रात एक कर दी थी। उन्होंने ही शहर में प्लेग को सबसे पहले पहचाना था।