भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर ओडिशा पहुंचे राहुल गांधी ने बुधवार को राज्य के सीएम नवीन पटनायक और उनकी पार्टी बीजेडी पर जमकर हमला बोला है। आम तौर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इनके खिलाफ ब्यान कम ही सुनने को मिलते हैं। अपनी इस यात्रा में ओडिशा आए राहुल गांधी ने पूरी आक्रमकता के साथ इनपर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि ओडिशा में नवीन पटनायक और नरेंद्र मोदी की पार्टनरशिप सरकार चलती है। दोनों मिलकर काम करते हैं। मुझे संसद में दिखता है कि मोदी जी के कहने पर बीजेडी के लोग हमें परेशान करते हैं। ओडिशा में बीजेडी और बीजेपी की इस पार्टनरशिप सरकार से सिर्फ कांग्रेस पार्टी लड़ रही है।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के 25वें दिन राहुल गांधी पश्चिमी ओडिशा के सुंदरगढ़ ज़िले के राउरकेला में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं आपको दो आंकड़े देता हूं। ओडिशा के 30 लाख लोग ओडिशा से बाहर जाकर दूसरे राज्यों में मजदूरी कर रहे हैं। वहीं दूसरा आंकड़ा देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि 30 अरबपति बाहर से यहां आकर ओडिशा का धन लूट रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि ओडिशा में आदिवासियों, पिछड़ो, दलितों के साथ अत्याचार हो रहा है। वहीं उन्होंने इस यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि, देश में जिस तरह से नफरत फैलाई जा रही है, उसके खिलाफ पिछले साल हमने 'भारत जोड़ो यात्रा' निकाली थी।
भारत जोड़ो यात्रा में काफी लोगों ने कहा कि अब आपको पूर्व से पश्चिम की ओर भी यात्रा निकालनी चाहिए। इसलिए हमने 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू की है और आज हम ओडिशा में हैं।
अपनी यात्रा को लेकर ओडिशा पहुंचे राहुल गांधी ने यात्रा के 25वें दिन की शुरुआत सुंदरगढ़ ज़िले के वेदव्यास धाम के दौरे के साथ शुरू की थी। वहीं एक जनसभा में उन्होंने बीजेडी पर हमला कर संकेत दे दिया है कि कांग्रेस पार्टी अब ओडिशा में भी खुद को मजबूत करना चाहती है। इसके लिए वह अब लंबी राजनैतिक लड़ाई लड़ने के मूड में है।
कांग्रेस पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि ओडिशा में बीजेडी की लंबे समय से सरकार है। राष्ट्रीय स्तर पर भी देखे तो पाते हैं कि बीजेपी न तो खुल कर बीजेडी का समर्थन करती है और न ही विरोध। राज्य में अब भी बीजेपी काफी कमजोर है। ऐसे में कांग्रेस को लगता है कि उसके लिए यहां अपना जनाधार बढ़ाने का पर्याप्त मौका है। अगर वह यहां मजबूती से राजनैतिक लड़ाई लड़ेगी तो तेजी से उसका जनकाधार बढ़ेगा।
बीजेडी से नाराज मतदाताओं को अभी कांग्रेस अपनी तरफ लाना चाहती है। यही कारण है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि दोनों दलों के बीच और उनके नेता नवीन पटनायक और नरेंद्र मोदी के बीच ओडिशा में पार्टनरशिप की सरकार चल रही है। ऐसा कह कर बीजेडी से नाराज मतदाताओं को वह अपने पाले में करना चाहते हैं।
40 प्रतिशत युवा पढ़ाई और कमाई से दूर हैं
ओडिशा में अपने लिए जमीन तैयार करने के मकसद से ही कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेस कर कहा है कि ओडिशा के 40 प्रतिशत युवा पढ़ाई और कमाई से दूर हैं, 1 लाख से अधिक सरकारी पद खाली हैं और लाखों युवा नौकरी की तलाश में हैं। ओडिशा के 30 लाख से अधिक युवा नौकरी के लिए अन्य राज्यों में भटक रहे हैं। रेल, सेल, पोर्ट, एयरपोर्ट समेत कांग्रेस द्वारा बनाए गए देश के बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को आज बेचा जा रहा है।
हमारी प्राथमिकता है जीएसटी में सुधार कर छोटे उद्योगों के लिए एक नया आर्थिक मॉडल तैयार करना और अंधे निजीकरण को रोकना है। कांग्रेस का यही विज़न ओडिशा समेत पूरे देश में रोज़गार पैदा कर सकता है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि राउरकेला स्टील प्लांट भारत के इस्पात के क्षेत्र में औद्योगीकरण के मामले में सबसे पहले के मील के पत्थरों में से एक है, जो 1950 के दशक में शुरू हुआ था।
राउरकेला स्टील प्लांट को पश्चिम जर्मनी और ऑस्ट्रिया की सहायता से लगभग 65 साल पहले चालू किया गया था। यहां स्टील बनाने के लिए नवीनतम और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल शुरू हुआ।
सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों ने भारत की आगे की विकास यात्रा की नींव रखी, लाखों परिवारों को अच्छी नौकरियां प्रदान कीं और बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों के लिए अवसर पैदा किए। इन्होंने राष्ट्रीय एकता को भी बढ़ावा दिया है।
लेकिन इन उद्यमों को अब या तो बेचा जा रहा है या उन्हें बर्बाद किया जा रहा है। 2014 के बाद से उन पर सुनियोजित ढंग से हमला किया गया है। यह एक अन्याय है, जिसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के लिए भारत जोड़ो न्याय यात्रा प्रतिबद्ध है।
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