कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ जी न्यूज ने फर्जी खबर चलाई कि उन्होंने उदयपुर की घटना के आरोपियों को बच्चे कहा है। इस फर्जी खबर को बीजेपी के नेताओं, मंत्रियों, सांसदों ने ट्वीट करके वायरल किया। बाद में जब सच का पर्दाफाश हुआ तो जी न्यूज ने माफी मांग ली और इसे मानवीय भूल बताया।
बॉलीवुड सुपर स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के मामले में मीडिया की घिनौनी भूमिका पर बहस जारी है। देश में मांग उठ रही है कि मीडिया पर इस मामले में आपराधिक केस दर्ज किया जा चाहिए।
हिन्दी के अखबार अब खबरों, सूचनाओं के लिए नहीं बल्कि विज्ञापनों के लिए छापे जा रहे हैं और पाठक उसे पढ़ रहे हैं। विज्ञापनों की लालच ने हिन्दी अखबारों के संपादकों को बौना बना दिया है। बहुत अजीबोगरीब हालात हैं। आखिर पाठक कब समझदार होंगे।
टीवी जर्नलिस्ट अमन चोपड़ा पर नफरत फैलाने वाली पत्रकारिता का आरोप है। राजस्थान में हुए मामले में उन पर पूर्वाग्रह से ग्रसित रिपोर्ट टीवी पर चलाने का आरोप है। इसी मामले में राजस्थान पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने नोएडा आई है।
देश में मीडिया की आज़ादी क्या सिकुड़ती जा रही है? आख़िर क्या वजह है कि मीडिया के काम करने की आज़ादी के मामले में भारत लगातार सूचकांक में फिसलता जा रहा है?
जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शहला राशिद के खिलाफ ज़ी न्यूज के कार्यक्रम के लिंक को हटाने का आदेश सरकारी संस्था न्यूज ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ने जारी किया है।
पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आए तो पता चला कि तमाम गंभीर मुद्दे गौण हो गए और जनता ने भावनाओं में बहकर मतदान किया। लेकिन क्या इससे वो मुद्दे खत्म हो गए। जानिए ये सब क्यों हुआ।