शनिवार सुबह यह ख़बर आते ही कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी है, महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में हंगामा मच गया। थोड़ी ही देर बाद एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने ट्वीट किया कि यह अजीत पवार का निजी फ़ैसला है और इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। शरद पवार ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ प्रेस कॉन्फ़्रेंस भी की और कहा कि उनके पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या में विधायक हैं और तीनों दल मिलकर सरकार बनाएंगे भी।
अभी इस बात का भी ख़ुलासा नहीं हो पाया है कि अजीत पवार के साथ कितने विधायक बीजेपी का समर्थन करेंगे। क्योंकि कोई यह आंकड़ा 22 बता रहा है तो कोई 35। जबकि शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि अजीत पवार के साथ सिर्फ़ 8 विधायक गए थे और उनमें से 5 वापस आ गए हैं। राउत ने कहा कि उन्हें झूठ बोलकर और एक तरह से अपहरण कर कार में ले जाया गया।
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