फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय स्थितियों में हुई मौत पर राजनीति और तेज़ हो गई है। शिवसेना ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा है कि उन्हें इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में छपे संपादकीय में कहा गया है कि 'पिछले कुछ सालों से सुशांत मुंबईकर थे, मुंबई ने उन्हें शोहरत दिलाई। संघर्ष के दिनों में बिहार उनके साथ नहीं खड़ा था।'
'बिहारी होने पर इतराते नहीं थे सुशांत'
इस लेख में कहा गया है कि सुशांत सिंह स्वयं कभी अपने बिहार कनेक्शन को लेकर बहुत मुखर नहीं थे और बिहारी होने पर नहीं इतराते थे। सामना के लेख में कहा गया है,
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'बिहार पुलिस इंटरपोल नहीं है। मुंबई पुलिस मामले में जाँच कर रही है और किसी दूसरे राज्य को इसमें शामिल नहीं होना चाहिए। हर किसी को सच जानने का अधिकार है, लेकिन यह सही बात नहीं है कि सिर्फ सीबीआई या बिहार पुलिस की सच सामने ला सकती है।'
शिवसेना ने बिहार पुलिस के प्रमुख गुप्तेश्वर पांडेय पर भी सवाल उठाया है और जाँच में उनकी दिलचस्पी को उनकी निजी ज़िंदगी और राजनीतिक महात्वाकांक्षा से जोड़ दिया है।
बिहार के पुलिस प्रमुख पर सवाल
सामना के लेख में कहा गया है कि बिहार पुलिस के महानिदेशक बीजेपी और जेडीयू के टिकट पर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने की योजना बना चुके हैं और वह सुशांत सिंह राजपूत के कथित आत्महत्या के मुद्दे का राजनीतिक फ़ायदा उठाने की फिराक में हैं।
शिवसेना मुखपत्र अपने लेख में कहता है, 'यह हास्यास्पद है कि जो बीजेपी की उम्मीदवारी स्वीकार कर चुका हो वह अब मुंबई पुलिस पर सवाल उठा रहा है।'
सीबीआई जाँच को लेकर विवाद
इसके पहले मुंबई पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने पत्रकारों से कहा था, 'बिहार पुलिस को इस मामले में जाँच करने का कोई अधिकार नहीं है। हम इस मामले में क़ानूनी राय ले रहे हैं, हमने किसी को क्लीन चिट नहीं दी है, लेकिन शिकायतकर्ता यानी सुशांत के पिता अब तक हमारे पास नहीं आए हैं।'यह विवाद तब भड़का जब बिहार सरकार ने सीबीआई जांच की सिफ़ारिश कर दी। महाराष्ट्र सरकार इस मामले की जाँच सीबीआई को सौंपने से इनकार कर चुकी है।
इसके अलावा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इस मामले की जाँच सीबीआई से कराने को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर दबाव बनाया था। लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इससे इनकार करते हुए कहा था कि राज्य की पुलिस सुशांत सिंह राजपूत के मामले की जांच करने में सक्षम है और इस मामले को किसी और को सौंपना मुंबई पुलिस के लिए अपमानजनक होगा।
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