शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के अगले मुख्य मंत्री होंगे। कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना की साझा बैठक में उनके नाम पर सहमति बन गई है। सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ठाकरे के नाम पर राजी हो गए हैं। ठाकरे के नाम की विधिवत घोषणा शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में की जाएगी। कांग्रेस ने भी उनके उद्धव को स्वीकार कर लिया है।
तीन दलों की लंबी बैठक से बाहर निकलने पर शरद पवार ने सिर्फ़ इतना कहा, ‘बातचीत फ़ायदेमंद रही।’ समझा जाता है कि राज्यपाल से मिल कर सरकार बनाने का दावा करने पर अंतिम फ़ैसला शनिवार को होगा। तीनों दल एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
उद्धव ठाकरे ने बैठक से निकल कर पत्रकारों से कहा कि ज़्यादातर मुद्दों पर तीनों दल एकमत हैं। कुछ मुद्दे बचे हुए हैं, जिन पर बातचीत चल रही है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा, ‘बातचीत इसलिए चल रही है कि हम चाहते हैं कि सभी मुद्दों पर आम राय हो।’
समझा जाता है कि उद्धव ठाकरे पूरे 5 साल के लिए मुख्य मंत्री होंगे, यह पद रोटेशनल नहीं होगा। यानी मुख्य मंत्री का पद ढाई-ढाई साल के लिए नहीं होगा। इसके अलावा स्पीकर जैसे पद पर बातचीत पूरी नहीं हुई है। समझा जाता है कि यह पद कांग्रेस को दिया जा सकता है, पर इस पर अंतिम सहमति नहीं बनी है।
एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने कहा कि शनिवार को राज्यपाल से मिल कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया जाएगा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि कुछ ही मुद्दे बचे हैं, जिन पर बातचीत चल रही है।
इसके पहले शुक्रवार की सुबह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के सभी नव-निर्वाचित विधायकों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में सरकार बनाने के मुद्दे पर विधायकों से औपचारिक तौर पर पूछा गया और उनकी राय ली गई।
विधायक भास्कर जाधव ने पत्रकारों से इस बैठक के बारे में कहा, ‘उद्धवजी ने हमें बताया कि सरकार बनाने के लिए बातचीत अंतिम चरण में है। हमने एकमत में सरकार बनाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिल कर राज्य में अगली सरकार बनाने के प्रयास को हम पूरा समर्थन करते हैं।’
इसी तरह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता जयंत पाटिल ने शिवसेना और कांग्रेस के साथ मिल कर सरकार बनाने का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस के साथ चुनाव-पूर्व समझौते से हमारी इस कोशिश को बल मिला कि हमें मिल कर सरकार बनाना चाहिए।
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