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सैफ़ अली ख़ान का हमलावर और पकड़ा गया आरोपी अलग? जानें फिंगरप्रिंट का राज

सैफ़ अली ख़ान पर हमला करने वाले और पकड़े गए आरोपी की गुत्थी और उलझ गई है। इस पर पहले से ही काफ़ी सवाल उठ रहे हैं और अब रिपोर्ट आई है कि वास्तविक हमलावर और पकड़ा गया आरोपी अलग-अलग हैं। दसअसल, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले की जगह से लिए गए फिंगरप्रिंट और आरोपी के फिंगरप्रिंट का मिलान नहीं हो पाया है। सैफ़ के घर सीसीटीवी फुटेज में कैद कथित हमलावर की तस्वीर और पकड़े गए आरोपी के हुलिए को लेकर पहले से ही गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

ताज़ा रिपोर्ट में फिंगरप्रिंट को लेकर क्या कहा गया है, यह जानने से पहले यह जान लें कि आख़िर पुलिस ने आरोपी को किस आधार पर गिरफ़्तार किया है और उसने क्या कबूलने की बात कही है। 

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बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर पिछले हफ्ते सुबह करीब 2.30 बजे तब हमला हुआ था, जब वह अपने दो छोटे बेटों के साथ घर पर थे। उन्होंने अपने बेटे जेह के कमरे में हाथापाई सुनी और जब उन्होंने देखा कि वह शख्स उनके बेटे की आया पर हमला कर रहा है, तो उन्होंने बचाने की कोशिश की। इस दौरान अभिनेता को चाकू से छह बार हमला किया गया। हाथापाई में एक स्टाफ भी घायल हो गया। 

मुंबई पुलिस ने 19 जनवरी को सैफ अली खान के कथित हमलावर को रविवार को ठाणे से गिरफ़्तार किया। गिरफ़्तारी के कुछ घंटे बाद ही मुंबई पुलिस ने दावा किया कि शुरुआती साक्ष्यों से पता चला है कि हमलावर एक बांग्लादेशी है, जिसके पास कोई वैध भारतीय पहचान पत्र नहीं है। पुलिस ने कहा कि आरोपी 30 वर्षीय मोहम्मद शरीफुल इस्लाम ने अपना बांग्लादेशी मूल छिपाने के लिए भारत में प्रवेश करने के बाद अपना नाम बदलकर विजय दास रख लिया था।

पुलिस के अनुसार आरोपी शरीफ़ुल एक बांग्लादेशी नागरिक है जो अवैध रूप से भारत में घुसा था। उसने पुलिस को बताया है कि किसी ने पैसे के बदले में उसके लिए नकली नागरिकता के दस्तावेज़ बनवाने का वादा किया था। उसने कहा है कि इसी वजह से उसने सैफ़ के घर में चोरी करने की कोशिश की। पुलिस अब उस व्यक्ति की तलाश कर रही है जिसने शरीफ़ुल के दस्तावेज़ बनवाने का वादा किया था।

हालाँकि, गिरफ़्तार आरोपी की जब तस्वीर सामने आई तो सवाल उठने लगे कि आरोपी और सैफ के घर में सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए कथित हमलावर का हुलिया अलग है।

वैसे, इसके साथ ही हमले को लेकर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जिस समय आरोपी बिल्डिंग में दरवाजे से घुसा, क्या उस समय गार्ड सो रहे थे? जिस वक़्त सैफ पर हमला हुआ उस वक़्त घर के अंदर मौजूद मेल स्टाफ ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? सैफ पर हमला करने के बाद आरोपी दो घंटे तक सैफ अली खान की बिल्डिंग के बगीचे में बिना किसी को पता चले कैसे छिपा रहा? क्या अलार्म बजने के बाद इस दौरान परिसर की तलाशी नहीं की गई?

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बहरहाल, पुलिस पर अब नये सिरे से सवाल खड़े हो रहे हैं। अभिनेता सैफ अली खान के घर से चोरी की कोशिश और चाकू से हमला करने के बाद जुटाए किए गए 19 फिंगरप्रिंट आरोपी शरीफुल इस्लाम के फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाते हैं। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि मुंबई पुलिस ने सैफ अली खान के घर से मिले फिंगरप्रिंट को राज्य आपराधिक जांच विभाग के फिंगरप्रिंट ब्यूरो को भेजा था। सिस्टम द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में पाया गया है कि प्रिंट शरीफुल के फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाते हैं। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सीआईडी ​​ने मुंबई पुलिस को बताया है कि जांच का नतीजा नकारात्मक है। मुंबई पुलिस ने आगे की जांच के लिए और नमूने भेजे हैं।

पुलिस आरोपी के खिलाफ संदेहों से परे केस बनाने के लिए और सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है।

(इस रिपोर्ट का संपादन अमित कुमार सिंह ने किया है।)
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क़मर वहीद नक़वी
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