कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा विनायक दामोदर सावरकर पर की गई टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में माहौल गर्म है। शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट यानी बालासाहेबची शिवसेना की नेता वंदना सुहास डोंगरे ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
एफआईआर में कहा गया है कि राहुल गांधी ने जो बयान दिया है उससे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सावरकर का अपमान हुआ है और इससे स्थानीय लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। शिकायत मिलने पर पुलिस ने आईपीसी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शिवसेना के शिंदे गुट के एक और नेता राहुल शेवाले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मांग की है कि महाराष्ट्र में चल रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को रोक दिया जाए।
राहुल का बयान आने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक कार्यक्रम में कहा कि राज्य के लोग किसी भी सूरत में सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
क्या कहा था राहुल ने?
राहुल गांधी ने गुरूवार को महाराष्ट्र के अकोला में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सावरकर के द्वारा जेल में रहते हुए अंग्रेजों को लिखी गई चिट्ठी पढ़ी थी।
राहुल ने कहा, सावरकर ने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर कहा था- सर मैं आपका नौकर बने रहना चाहता हूं। बता दें कि बीजेपी और संघ परिवार सावरकर को हिंदुत्व का आइकॉन मानते हैं जबकि कांग्रेस का कहना है कि सावरकर ने जेल से बाहर आने के लिए अंग्रेजों से माफी मांगी थी।
राहुल ने कहा था कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी सावरकर की इस चिट्ठी को पढ़ना चाहिए।
राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद विनायक दामोदर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने तमाम टीवी चैनलों से बातचीत में कहा है कि वह सावरकर का अपमान करने को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाएंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने यह बयान अपने राजनीतिक फायदे के लिए दिया है।
राहुल से सहमत नहीं उद्धव
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वह राहुल गांधी की बात से सहमत नहीं हैं क्योंकि वह सावरकर का आदर करते हैं। लेकिन उद्धव ने यह भी कहा है कि जब उनसे राहुल गांधी के द्वारा सावरकर पर रखे गए विचार के बारे में पूछा जा रहा है तो बीजेपी को भी यह बताना चाहिए कि वह जम्मू और कश्मीर में पीडीपी के साथ सत्ता में क्यों थी। उन्होंने दावा किया कि पीडीपी कभी भी भारत माता की जय का नारा नहीं लगाएगी। उद्धव ठाकरे ने कुछ साल पहले कहा था कि सावरकर पर भरोसा न करने वालों को जनता के बीच में पीटा जाना चाहिए। ठाकरे ने कहा था कि ऐसे लोगों को इसलिए पीटा जाना चाहिए क्योंकि उन्हें स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर के संघर्ष और इसकी अहमियत का अंदाजा ही नहीं है।
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