महाराष्ट्र के पुणे ज़िले में उरवदे स्थित एक रासायनिक कारखाने में आग लगने से 18 लोगों की मौत हो गई। कई दूसरे लोगों को आग में फँसे होने की आशंका है। एसवीएस अक्वा टेक्नोलोजीज के कारखाने में राहत व बचाव कार्य जारी है।
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर मेल-मुलाक़ातों का दौर चल रहा है और जब भी ऐसी मेल-मुलाक़ातें होती हैं तो कई तरह की सियासी चर्चाएं फिजां में तैरने लगती हैं।
महाराष्ट्र में लॉकडाउन 15 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है, लेकिन इसके साथ ही कुछ ज़िलों में पाबंदियों में ढील दी गई है। उद्धव ठाकरे ने चेताया है कि कोरोना की तीसरी लहर का ख़तरा है और इस वजह से सुरक्षा उपायों को कम नहीं किया जा सकता है।
शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने बीजेपी के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी निशाने पर लिया है। राउत ने कहा, 'गंगा नदी में बहते हुए शव भी हिंदुत्व का ही मुद्दा है और यह राम मंदिर जितना ही महत्वपूर्ण भी है।’
चारों तरफ़ निराशा के इस माहौल में जब देश के सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई महानगरपालिका के काम की तारीफ़ करते हुए ‘मुंबई मॉडल’ की बात की तो यह सवाल उठने लगा कि क्या सही प्रबंधन से कोरोना को नियंत्रित किया जा सकता है या हराया जा सकता है?
महाराष्ट्र में कुछ हफ़्ते पहले तक 60 हज़ार से ज़्यादा केस आ रहे थे, लेकिन अब इस मामले में एक राहत की ख़बर है। शनिवार को 24 घंटे में राज्य में 34 हज़ार 898 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। हालाँकि, मौत के अधिक मामले चिंता का कारण बने हुए हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित किये जाने के बाद भारत में रुके विदेशी खिलाड़ियों को बीसीसीआई और फ्रेंचाइजियों ने अपने-अपने घर भेजने की तैयारियाँ लगभग पूरी कर ली हैं।
पूरे देश में कोरोना से मच रहे हाहाकार के बीच संकट से जूझ रहे महाराष्ट्र के लिए आज कुछ राहत की ख़बर आई है। राज्य में पिछले 24 घंटे में 48,621 लोग संक्रमित पाए गए जबकि 59,500 लोग ठीक भी हुए हैं।
ऐेसे समय जब 18 वर्ष से अधिक की उम्र के सभी लोगों को कोरोना टीका देने का कार्यक्रम शुरू होने वाला है, मुंबई में टीकाकरण रोक दिया गया है। नगरपालिका ने इसका एलान करते हुए कहा है कि टीका न होने की वजह से यह काम तीन दिनों के लिए रोका जा रहा है।