आर्यन ख़ान मामले को लेकर सुर्खियों में रह रहे एनसीबी के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े अब एक और मुश्किल में फँसते दिख रहे हैं। अब एनसीबी के ही एक अधिकारी की चिट्ठी में वसूली के आरोप लगाए गए हैं।
मोदी सरकार पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वह सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स जैसी प्रतिष्ठित जांच एजेंसियों को विरोधी दलों के नेताओं और उनके रिश्तेदारों के वहां छापेमारी करने भेजती है।
प्रभाकर सेल के इस दावे के बाद कि समीर वानखेड़े की तरफ़ से आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की गई, उसके बाद से यह मामला बेहद गंभीर हो गया है।
आर्यन ख़ान क्रूज़ ड्रग्स मामले में नवाब मलिक एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर बुरी तरह हमलावर हैं। यह मामला बेहद दिलचस्प और गंभीर होता जा रहा है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि एनसीबी ने गवाह से सादे कागज पर क्यों दस्तखत कराए? उन्होंने कहा है कि पैसे मांगने के आरोप भी हैं। तो क्या कार्रवाई होगी?
शाहरूख ख़ान के बेटे को क्या जानबूझकर फँसाया गया था? क्रूज ड्रग्स केस में एनसीबी के गवाह ने क्यों दावा किया है कि करोड़ों का सौदा हुआ? जानिए, केपी गोसावी के बॉडीगार्ड का खुलासा।