जानिए, महाराष्ट्र की सियासत में साधारण शिव सैनिक से शिवसेना में ताक़तवर नेता बनने वाले एकनाथ शिंदे का राजनीतिक जीवन कैसा रहा है और उन्होंने बगावत क्यों की।
देखना होगा कि शिव सेना की कार्रवाई के बाद क्या एकनाथ शिंदे के साथ सूरत में मौजूद पार्टी के विधायक वापस आ जाएंगे या वे अपने बगावती तेवरों को बनाए रखेंगे।
महाराष्ट्र संकट में कांग्रेस विधायक इधर-उधर नहीं भाग सकें, कांग्रेस आलाकमान ने वरिष्ठ नेता कमलनाथ को महाराष्ट्र का पर्यवेक्षक बनाया है। वो मुंबई जा रहे हैं।
महाराष्ट्र में हुए इस सियासी घटनाक्रम के बाद दिल्ली से मुंबई तक हलचल बेहद तेज हो गई है। महा विकास आघाडी सरकार के तीनों दल अपने विधायकों को एकजुट कर रहे हैं तो बीजेपी भी सियासी चक्रव्यूह रच रही है।
महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव के बाद विधान परिषद के चुनाव में भी मिली हार के बाद महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं।
राज्यसभा चुनाव में मिली हार के बाद एमएलसी चुनाव में भी महा विकास आघाडी सरकार में शामिल दलों का प्रदर्शन खराब रहा है। क्या आघाडी सरकार के दलों में किसी तरह की खटपट है?
महाराष्ट्र में बीजेपी के दो विधायकों के वोट रद्द करने का मामला केंद्रीय चुनाव आयोग पहुंच गया है। कांग्रेस ने यह आपत्ति जताई थी। लेकिन महाराष्ट्र चुनाव आयोग ने उसकी आपत्ति को खारिज कर दिया, इसके बाद कांग्रेस ने केंद्रीय चुनाव आयोग का रुख किया है।
महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी के कई नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियां कार्रवाई कर चुकी हैं। इसे लेकर महाराष्ट्र का सियासी माहौल बेहद गर्म रहा है और बीजेपी और महा विकास आघाडी के दल आमने-सामने रहे हैं।