शिवसेना के बाग़ी गुट का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे जहाँ कह रहे हैं कि उद्धव ठाकरे सरकार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए वहीं उद्धव के नज़दीकी संजय राउत का कहना है कि वे बहुमत साबित करेंगे। नंबर गेम में आख़िर मौजूदा स्थिति क्या है?
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के तमाम दावों के बावजूद यह साफ होता जा रहा है कि कई विधायकों को जबरन सूरत और गुवाहाटी ले जाया गया था। शिवसेना के एक और विधायक कैलाश पाटिल ने आरोप लगाया है कि उन्हें जबरन सूरत ले जाया गया।
शिवसेना सुप्रीमो उद्धव के पास अब सिर्फ 13 विधायक ही बचे हैं। उद्धव ने गुरुवार को जो बैठक बुलाई थी, उसमें सिर्फ 13 विधायक पहुंचे। इंडिया टुडे ने गुवाहाटी से एक फोटो ट्वीट किया, जिसमें शिंदे ने अपने साथ 42 विधायक होने का दावा किया है।
शिवसेना के संकट पर उसके मुखपत्र सामना ने तीखा संपादकीय लिखा है। सामना में कहा गया है कि बीजेपी इस खेल की मास्टरमाइंड है। जनता शिवसेना विद्रोहियों को चुनाव जब होंगे तो भूतपूर्व कर देगी।
सियासी संकट के बीच कांग्रेस और एनसीपी ताबड़तोड़ बैठकें कर रहे हैं। दूसरी ओर एकनाथ शिंदे के बागी गुट का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। क्या महा विकास आघाडी की सरकार का बचना मुश्किल है?
क्या अब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार को लेकर आधिकारिक घोषणा ही बाकी है? आख़िर उद्धव द्वारा मुख्यमंत्री पद छोड़ने का इशारा करने के कुछ घंटे बाद ही वह सीएम आवास क्यों खाली कर रहे हैं।
शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे आख़िर क्यों कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन को अप्राकृतिक यानी असहज गठबंधन क़रार दे रहे हैं? जानिए उन्होंने क्या तर्क दिया है।
शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने बुधवार शाम को फेसबुक लाइव में कहा कि अगर विधायक सामने से इस्तीफा मांगें तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। एक तरह से उन्होंने बागी विधायकों को एक और संदेश भेजा है।