एकनाथ शिंदे और बीजेपी ने मिलकर महाराष्ट्र में सरकार तो बना ली है लेकिन कैबिनेट का विस्तार सहित कई अहम मसले हैं जिनसे पार पाना दोनों के लिए आसान नहीं है।
शिवसेना के बागी विधायकों और महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं को जल्द से जल्द कैबिनेट विस्तार का इंतजार है लेकिन यह विस्तार कब होगा और इसमें उन्हें जगह मिलेगी या नहीं, इस सवाल का जवाब उन्हें नहीं मिला है।
शिवसेना पर किसका हक है? एकनाथ शिंदे खेमे का या फिर उद्धव ठाकरे खेमे का? जानिए चुनाव आयोग ने क्या कहा है और इसके ख़िलाफ़ उद्धव खेमा सुप्रीम कोर्ट क्यों पहुँचा है?
क्या शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार अपना बचा हुआ कार्यकाल नहीं पूरा कर पाएगी? आख़िर संजय राउत ने क्यों कहा कि जल्द ही शिंदे सरकार गिरेगी?
महाराष्ट्र में बीजेपी ने शिवसेना के बागी खेमे के नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री क्यों बनाया? जानिए, महाराष्ट्र अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटील ने क्या कारण बताया है।
एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों की बग़ावत के बाद उद्धव ठाकरे के लिए अपनी सियासत को जिंदा रख पाना बेहद मुश्किल हो गया है। क्या वह इस मुश्किल से उबर पाएंगे?
शिवसेना में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के गुटों के बीच चल रहे घमासान में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या उद्धव ठाकरे शिवसेना पर अपना कब्जा बरकरार रख पाएंगे?
यह साफ दिख रहा है कि उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना पर पकड़ कमजोर होती जा रही है और तमाम बड़े नेता लगातार उसका साथ छोड़ कर जा रहे हैं। ऐसे में उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
क्या एकनाथ शिंदे गुट की बगावत से काफी पहले ही पिछले साल उद्धव ठाकरे की बीजेपी के साथ गठबंधन के लिए चर्चा हुई थी? जानिए एकनाथ शिंदे खेमे के शिवसेना सांसद ने क्या दावा किया।
एकनाथ शिंदे गुट के द्वारा लगातार झटके दिए जाने के बाद उद्धव ठाकरे बेहद कमजोर पड़ गए हैं। आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की सियासत में कई बड़े सियासी घमासान देखने को मिल सकते हैं।