लोकसभा चुनाव में बीजेपी को चुनौती देने के लिए गठित विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की मुंबई में गुरुवार से बैठक होने वाली है। 31 अगस्त और 1 सितंबर को होने वाली इस तीसरी बैठक के लिए कई नेता मुंबई में पहुँचने लगे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला बुधवार को मुंबई पहुंचे। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'बैठक का सबसे महत्वपूर्ण एजेंडा चुनाव जीतने की योजना की रणनीति बनाना होगा। बैठक में सभी लोग संयोजक के फैसले पर विचार-विमर्श करेंगे।'
'इंडिया' की बैठक को लेकर आम आदमी पार्टी के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है, 'राजनीतिक पर्यवेक्षक कह रहे हैं कि यह बहुत मुश्किल है कि यह गठबंधन एकजुट रह पाएगा। लेकिन अगर ऐसा हुआ तो यह तय है कि बीजेपी केंद्र में सरकार नहीं बना पाएगी।' आप की ही प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, 'पटना और बेंगलुरु में इंडिया गठबंधन की बैठकों के बाद एलपीजी की कीमतों में 200 रुपये की कटौती की गई। मुझे यकीन है कि मुंबई बैठक के बाद पेट्रोल और डीजल की दरें कम हो जाएंगी।'
बैठक में शामिल होने के लिए इंडिया गठबंधन में शामिल तमाम दलों के अधिकतर नेताओं के बुधवार शाम तक पहुँचने की संभावना है। बाक़ी रह गए नेता गुरुवार सुबह तक पहुँचेंगे। इसको लेकर तैयारियाँ कर ली गई हैं।
परिवहन से लेकर आवास और रिसेप्शन से लेकर वॉर रूम तक, महाराष्ट्र के विपक्षी महा विकास अघाड़ी के तीनों दलों ने इस तीसरी बैठक की तैयारी के लिए जिम्मेदारियां साझा की हैं। शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत बैठक के लिए वॉर रूम संभालेंगे। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार तैयारियों में शामिल एक कांग्रेस नेता ने कहा है कि वॉर रूम तैयारियों की देखभाल करेगा और साथ ही कार्यक्रम के दौरान उत्पन्न होने वाले किसी भी मुद्दे, चाहे वह साजो-सामान या सुरक्षा से संबंधित हो, को संभालेगा।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे गठबंधन की बैठक के पहले दिन 31 अगस्त को विपक्षी गुट 'इंडिया' के प्रतिनिधियों के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।
समझा जाता है कि इस बैठक का बड़ा एजेंडा 11 सदस्यीय समन्वय समिति तय करना है। ‘इंडिया’ गठबंधन में अब 26 पार्टियां हैं, लेकिन इसमें 11 पार्टियों से एक -एक प्रतिनिधि को लिया जा सकता है। सिर्फ 11 पार्टियों को इस समिति में शामिल करने का मक़सद समिति को बोझिल बनने से बचाना और इसको छोटा रखना है।
विपक्षी दलों की पहली बैठक 23 जून 2023 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर पटना में आयोजित की गई थी। नीतीश कुमार ने विभिन्न राज्यों का दौरा करके विपक्षी दलों के नेताओं को एक मंच पर आने के लिए तैयार किया था। नीतीश ने कहा था कि भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्ष का एकजुट होना जरूरी है।
विपक्षी दलों ने अपनी पिछली बैठक 18 जुलाई को बेंगलुरु में की थी। बैठक में 26 विपक्षी दलों ने हिस्सा लिया था। इसमें ही पहली बार संयुक्त विपक्ष का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस यानी ‘इंडिया’ रखा गया था।
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