महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर सख़्ती दिखाई है। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे द्वारा मुंबई में निकाली जा रही जन आशीर्वाद यात्रा पर मुंबई पुलिस ने नकेल कस दी है। मुंबई पुलिस ने बगैर मंजूरी के यात्रा निकालने, कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर बीजेपी के कार्यकर्ताओं और यात्रा के आयोजकों के खिलाफ़ अभी तक 36 एफ़आईआर दर्ज कर ली हैं।
नारायण राणे ने जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत गुरुवार को मुंबई एयरपोर्ट से की। इस मौक़े पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। राणे ने एयरपोर्ट के पास स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति पर फूल-हार चढ़ाकर अपनी यात्रा की शुरुआत की।
कोरोना नियमों का उल्लंघन
उनकी इस यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी और कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ती देख फौरन ही विलेपार्ले पुलिस स्टेशन ने यात्रा के आयोजकों के ख़िलाफ़ कोरोना नियमों के उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया। भारी भीड़ के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं हो पा रहा है।
जैसे-जैसे नारायण राणे की जन आशीर्वाद यात्रा आगे बढ़ती गई, वैसे-वैसे लोगों की भीड़ भी बढ़ती गई। अंजाम यह रहा कि यात्रा के दौरान लोग बगैर मास्क के दिखाई दिए। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुंबई के अलग-अलग इलाकों में इस यात्रा के आयोजकों के ख़िलाफ़ मामले दर्ज करने शुरू कर दिए।
मुंबई पुलिस के प्रवक्ता और डीसीपी एस. चैतन्य ने बताया कि नारायण राणे की जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल लोग कोरोना के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं और मास्क भी नहीं पहन रहे हैं। जिसके चलते मुंबई पुलिस इन कार्यकर्ताओं और यात्रा के आयोजकों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर रही है।
चैतन्य का कहना है कि अभी तक मुंबई में जिन-जिन इलाकों से यह जन आशीर्वाद यात्रा गुजरी है उन इलाकों में पुलिस ने अलग-अलग एफ़आईआर दर्ज की हैं।
दबाव में है पुलिस: बीजेपी
लेकिन बीजेपी नेता और यात्रा के सह प्रभारी सुनील राणे ने इसे पक्षपात पूर्ण बताया है। राणे ने आरोप लगाया कि मुंबई पुलिस राज्य सरकार और शिव सेना के बड़े मंत्रियों के दबाव में मामले दर्ज कर रही है। राणे ने कहा कि कांग्रेस, शिव सेना और एनसीपी के नेता पूरे राज्य में राजनीतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं, लेकिन सत्ता में होने की वजह से ठाकरे सरकार में शामिल पार्टियों के नेताओं पर कोई केस दर्ज नहीं किया गया है।
राणे ने कहा कि जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान माइक से कोरोना के नियमों का पालन करने की भी अपील की जा रही है और बीजेपी लोगों को मास्क भी बांट रही है।
इन स्टेशनों में दर्ज हुए मामले
बीजेपी के कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ जिन पुलिस स्टेशनों में मामले दर्ज किए गए हैं उनमें विले पार्ले, खेरवाड़ी, माहिम, शिवाजी पार्क, दादर, चेंबूर, गोवंडी, कुलाबा और गोरेगांव पुलिस स्टेशन शामिल हैं। इन सभी पुलिस स्टेशनों में मास्क नहीं पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग और रैली के लिए ज़रूरी इजाजत नहीं लेने को लेकर मामले दर्ज किए गए हैं।
पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा-188, 269, 270 आदि के तहत मुकदमा दर्ज किया है। डीसीपी एस. चैतन्य का कहना है कि कार्यक्रम के दौरान एक शख्स के एक लाख रुपये भी चोरी हो गए थे जिसकी शिकायत उन्हें मिली है।
पाटिल ने भी निकाली यात्रा
दूसरे केंद्रीय मंत्री कपिल पाटिल के समर्थन में भी ठाणे और रायगढ़ में जन आशीर्वाद यात्रा का आयोजन किया गया था। 16 अगस्त को निकाली गई कपिल पाटिल की यात्रा में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हुए थे।
पुलिस का कहना है कि इस यात्रा के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कोरोना नियमों का उल्लंघन किया था। कपिल पाटिल की इस यात्रा में बहुत लोगों ने मास्क नहीं पहना हुआ था। कार्यकर्ताओं ने यात्रा में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया था।
तीसरी लहर का ख़तरा
शिव सेना सांसद संजय राउत ने बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर सवाल उठाए थे। राउत ने कहा था कि बीजेपी की यात्रा से महाराष्ट्र में तीसरी लहर आने की संभावना बढ़ सकती है। राउत का कहना था कि इस तरह की यात्रा में कोरोना के नियमों का पालन नहीं हो पाता है जिसकी वजह से कोरोना के केसों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
राउत ने कहा कि बीजेपी की यह यात्रा कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण देने जैसी है। पुलिस द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं पर की गई कार्रवाई को राउत ने जायज बताया है।
ठाकरे पर हमलावर रहे राणे
मुंबई, रायगढ़ और रत्नागिरी के इलाकों में जन आशीर्वाद यात्रा निकालने वाले नारायण राणे अपनी इस यात्रा के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। राणे ने उद्धव ठाकरे पर बाला साहेब ठाकरे के नाम को डुबाने का आरोप लगाया है। राणे ने कहा कि बाला साहेब ने कभी हिंदुत्व को नहीं छोड़ा लेकिन उनके सुपुत्र ने सब मटियामेट कर दिया है।
बता दें कि पिछले महीने मोदी सरकार में शामिल किए गए मंत्रियों को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वतंत्रता दिवस के बाद जनता से सीधे जुड़ने का निर्देश दिया था और उनसे उनकी समस्याएं जानने को कहा था। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंत्रियों को जन आशीर्वाद यात्रा निकालने के लिए कहा था।
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