मुकेश अंबानी एंटीलिया मामले में महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर कार्रवाई करते हुए उन्हें कमिश्नर पद से हटा दिया है। महाराष्ट्र के डीजीपी की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल रहे हेमंत नागराले को मुंबई पुलिस का नया कमिश्नर बनाया गया है।
‘सत्य हिंदी’ को सूत्रों से मिली जानकारी से पता लगा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सचिन वाजे प्रकरण के बाद से परमबीर सिंह से नाराज चल रहे थे और इसके चलते ही उन्हें हटाया गया है। परमबीर सिंह को डीजी होमगार्ड बनाया गया है।
मंगलवार रात मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गृह मंत्री अनिल देशमुख, परमबीर सिंह और हेमंत नागराले के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की थी। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में ठाकरे ने तय कर लिया था कि परमबीर सिंह को जल्द ही कमिश्नर के पद से हटाया जाएगा। सूत्रों से जानकारी मिली है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी परमबीर सिंह के कामकाज को लेकर नाराजगी जताई थी जिसके बाद यह कार्रवाई हुई है।
इससे पहले मुकेश अंबानी के घर के बाहर कार में मिले विस्फोटक मामले में जिस तरह से क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के पूर्व हेड सचिन वाजे ने कार्रवाई की थी, बताया जा रहा है कि परमबीर का तबादला उसी का नतीजा है।
जब से मुकेश अंबानी एंटीलिया मामला सामने आया है तभी से इस मामले में ठाकरे सरकार की किरकिरी हो रही थी। पहले जहां जांच में सीआईयू के द्वारा ढील दी जा रही थी, उसके बाद स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के बाद मामला और संदिग्ध हो गया था।
विपक्ष ने उठाए थे सवाल
सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष ने इस मुद्दे को बड़े पैमाने पर उठाया था। विपक्ष ने परमबीर सिंह पर भी सवाल उठाते हुए कहा था कि जिस एपीआई को हाई कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस सेवा से सस्पेंड किया गया था आखिरकार परमबीर सिंह ने उसे एक झटके में कैसे पुलिस सेवा में बहाल कर दिया।
ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि एनआईए मुकेश अंबानी एंटीलिया मामले में परमबीर सिंह से बहुत जल्द पूछताछ कर सकती है।
फडणवीस ने लगाए गंभीर आरोप
इस घटनाक्रम के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने परमबीर सिंह और सचिन वाजे पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। फडणवीस का कहना है कि सचिन वाजे उगाही का धंधा चलाते थे। उन्होंने कहा कि सचिन वाजे किसकी शह से ये सब काम कर रहे थे इसकी जांच होनी चाहिए।
फडणवीस ने साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि मनसुख हिरेन की हत्या सचिन वाजे ने ही की थी। इसलिए मनसुख हिरेन मौत मामले की भी जांच एनआईए से ही कराई जानी चाहिए। फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को आरोपियों को बचाने के बजाय उन पर सख़्त कार्रवाई करनी चाहिए। फडणवीस ने कहा कि सचिन वाजे और परमबीर सिंह तो सिर्फ मोहरा भर हैं, इनके पीछे जो राजनीतिक लोग हैं उन पर कार्रवाई कब होगी।
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