ठाणे शहर पुलिस ने बुधवार
को संजय राउत के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की। राउत के खिलाफ यह एफआईआर, शिवसेना सांसद और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के
बेटे श्रीकांत शिंदे के खिलाफ एक कथित टिप्पणी के लिए की गई है।
संजय राउत के खिलाफ ठाणे शहर की
पूर्व मेयर मीनाक्षी शिंदे ने कपूरबावड़ी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 211, 153 (ए), 500 (मानहानि), 501 और 505(2) के तहत मामला
दर्ज किया गया है।
इससे पहले ठाणे पुलिस की
एक टीम ने नासिक में राउत का भी बयान दर्ज किया था। पुलिस ने सामना अखबार में सहायक संपादक के तौर
पर काम कर रहे विद्याधर चिंद्राकर का एक बयान भी दर्ज किया। चिंदारकर ने अपने बयान में कहा कि 21 फरवरी को जब राउत काम से जुड़ी मीटिंग के लिए ऑफिस में थे,
तब उन्हें राउत के नासिक दौरे के बारे में पता
चला। तब मैंने चिंता की वजह से, उनसे कहा कि हाल ही में राजनीतिक नेताओं पर
स्याही फेंके जाने की कई घटनाएं हुई हैं। इसलिए, मैंने उनसे ध्यान रखने के लिए कहा। इसके अलावा मैंने उनसे
किसी भी हमले के संबंध में कोई बात नहीं की और न ही कभी किसी व्यक्ति का नाम लिया।
मैंने उनसे बातचीत के दौरान कभी सांसद श्रीकांत शिंदे या गैंगस्टर राजा ठाकुर का
नाम नहीं लिया।
ताजा ख़बरें
संजय राउत ने बीते मंगलवार
को एक बयान दिया था, इसमें उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के
बेटे श्रीकांत शिंदे पर ठाणे के एक अपराधी राजा ठाकुर को उनकी हत्या के लिए सुपारी
दिए जाने की बात कही थी। इस संबंध में उन्होंने मुंबई पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र
में श्रीकांत शिंदे और राजा ठाकुर के बीच इस संबंध की जानकारी दी है।
महाराष्ट्र से और खबरें
इस मामले में राउत ने महाराष्ट्र
के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर मामले को देखने का आग्रह किया।
पत्र में राउत ने दावा किया कि हाल ही में कई निर्वाचित प्रतिनिधियों पर हमले हुए
हैं और ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।
राउत ने दावा किया है कि
राज्य में सरकार बदलने के बाद उनकी सुरक्षा हटा ली गई थी। राउत ने कहा कि उन्हें
इस राजनीतिक फैसले को लेकर कोई शिकायत नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि सरकार महाराष्ट्र में बिगड़ती कानून व्यवस्था
की जिम्मेदारी लेगी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिदें
ने कहा है कि संजय राउत के दावों की जांच की जाएगी।
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