फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच ज़ुबानी जंग एक बार फिर ठन गई है। कुछ दिनों की चुप्पी के बाद कंगना रनौत ने विजय दशमी के मौके पर ठाकरे पर ज़ोरदार हमला किया है। एक के बाद एक कई ताबड़तोड़ ट्वीट कर उन्होंने ठाकरे को काफी बुरा-भला कहा है।
दशहरा के मौके पर मुख्यमंत्री के बयान से इसकी शुरुआत हुई, हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था। उन्होंने कहा, “ऐसा नैरेटिव बनाया गया मानो पूरा राज्य और पूरा शहर ही नशे में डूबा हुआ हो, हर कोई नशेड़ी हो। मुंबई और राज्य को बदनाम करने की किसी भी कोशिश से सख़्ती से निपटा जाएगा।”
क्या कहा है कंगना ने?
याद दिला दें कि सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद उनकी गर्ल फ़्रेंड और दूसरे लोगों की जाँच के दौरान कंगना ने बॉलीवुड में नशे की बात उठाई थी। इस पर काफी विवाद हुआ था। इस अभिनेत्री ने दशहरा के मौके पर मुख्यमंत्री के बयान को इससे जोड़ते हुए ज़बरदस्त पलटवार किया। उन्होंने ट्वीट किया, “मुख्यमंत्री के इस तरह खुले आम डराने-धमकाने से मैं अभिभूत हूं।”उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा, “मुख्यमंत्री, आपको अपने आप पर शर्म आनी चाहिए, जनता का सेवक होकर आप इस तरह की ओछी लड़ाइयों में लगे हुए हैं, आप अपनी ताक़त का इस्तेमाल उन लोगों को अपमानित और नुक़सान करने में करते हैं, जो आपसे असहमत हैं। आपने गंदी राजनीति कर जो कुर्सी हासिल की है, उसके लायक आप नहीं हैं। शर्म!”
एक दूसरे ट्वीट में कंगना ने अपने गृह राज्य हिमाचल की भी चर्चा की और कहा कि मुख्यमंत्री को उसके बारे में कुछ पता ही नहीं है। उन्होंने कहा, “नेता होकर भी आप इस तरह बदला लेने की भावना से भरे हुए हैं, अदूरदृष्टि वाले हैं और आपको ग़लत जानकारियाँ हैं। आपको उस राज्य के बारे में ग़लत जानकारियां हैं जो भगवान शिव और माँ पार्वती के साथ ही मार्केंडेय और मनु ऋषि की स्थली है। इसके अलावा पांडवों ने भी हिमाचल में लंबा समय बिताया है।”
लेकिन कंगना रनौत यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने मुख्यमंत्री पर तीखा हमला करते हुए एक और ट्वीट किया। उन्होंने कहा, “जिस तरह हिमालय की सुंदरता सबके लिए है, मुंबई में मिलने वाले मौकों पर भी सबका अधिकार है, वह हम सबके लिए है, दोनों ही जगह मेरे घर हैं। उद्धव ठाकरे, आप हमारे इस लोकतांत्रिक अधिकार को हमसे छीनने और हमें बाँटने की कोशिश न करें, आपके गंदे भाषण आपके नाकाबिल होने के भौंडे प्रदर्शन हैं।”
सवाल यह है कि कंगना इस तरह के हमले किसी राज्य के मुख्यमंत्री और शिवसेना जैसे संगठन के प्रमुख पर कैसे कर रही हैं। क्या उसके पीछे भारतीय जनता पार्टी है? क्या बीजेपी एक तीर से दो शिकार कर रही है। क्या वह कंगना के जरिए उद्ध ठाकरे पर हमले कर उन्हें परेशान कर रही है, या उन्हें उनकी औकात बता रही है। या फिर कंगना अपने बल पर ही इस तरह के निजी हमले कर रही हैं ?
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