महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। उद्धव ठाकरे के ख़िलाफ़ आय से अधिक संपत्ति के मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई थी। इस पर सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार ने अदालत को बताया है कि मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने प्रारंभिक जाँच शुरू कर दी है। ऐसे में उद्धव ठाकरे और उनके परिजनों पर मुंबई पुलिस शिकंजा कस सकती है।
इसी साल पहले जहां उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र में सरकार से हाथ धोना पड़ा था, वहीं अब उद्धव ठाकरे एक दूसरे क़ानूनी पचड़े में फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, कुछ दिनों पहले बॉम्बे हाई कोर्ट में उद्धव ठाकरे और उनके परिजनों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक याचिका दायर की गई थी। गौरी भिड़े नाम की एक महिला वकील ने वह याचिका दायर की थी। इसमें जांच की मांग की गई थी। इसके बाद हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से इस मामले में अपना हलफनामा दायर करने के लिए कहा था। महाराष्ट्र सरकार ने अब हाईकोर्ट को जानकारी दी है कि उद्धव ठाकरे और उनके परिजनों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।
गौरी भिड़े की याचिका के खिलाफ ठाकरे परिवार ने एक याचिका मुंबई हाईकोर्ट में दायर कर पहली याचिका को खारिज करने की मांग की थी और कहा था कि इस याचिका में उद्धव ठाकरे के ऊपर सिर्फ़ आरोप लगाए गए हैं क्योंकि इस मामले में कोई भी सबूत अदालत को नहीं सौंपे गए हैं। इसी बीच मुंबई हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से इस मामले में अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा था। जस्टिस धीरज ठाकुर और वाल्मीकि मेनेजेस की बेंच ने याचिका पर सुनवाई कर रही है।
उद्धव ठाकरे के खिलाफ सरकार द्वारा जांच शुरू किए जाने की खबर पर शिवसेना महाराष्ट्र सरकार पर भड़क गई है। उद्धव ठाकरे गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे का कहना है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र सरकार पर भगत सिंह कोश्यारी के मामले और महाराष्ट्र कर्नाटक सीमा विवाद के मामले पर हमलावर हैं इसलिए महाराष्ट्र सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। दुबे का कहना है कि जब उद्धब ठाकरे के खिलाफ कोई सबूत ही नहीं है तो फिर इस तरह के मामले में पुलिस जांच कैसे कर सकती है।
उधर एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने भी उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है। हेगड़े का कहना है कि उद्धव ठाकरे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला अदालत के जरिए हुआ है। मौजूदा सरकार का इसमें कोई लेना देना नहीं है। हेगड़े ने कहा कि यह पूरा मामला अदालत में चल रहा है और अदालत की निगरानी में जांच की जा रही है, लिहाजा उद्धव ठाकरे को बिल्कुल भी डरना नहीं चाहिए। ठाकरे ने अगर कुछ ग़लत नहीं किया है तो फिर उनके खिलाफ सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है।
उद्धव ठाकरे के खिलाफ मुंबई पुलिस की अपराध शाखा द्वारा शुरू की गई प्रारंभिक जांच से महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर से गरमा सकती है।
शिवसेना सहित कांग्रेस और एनसीपी पहले से ही महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर हैं और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा मांग रहे हैं। ऐसे में विपक्ष और सरकार के बीच टकराव फिलहाल शांत होता हुआ नहीं दिख रहा है।
संजय राउत को मिली धमकी
इस बीच उद्धव ठाकरे गुट के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत को जान से मारने की धमकी मिली है। पुलिस ने संजय राउत की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। राउत का आरोप है कि शिंदे गुट के मंत्री पिछले काफी दिनों से उनके खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं जिसके बाद उनको धमकी भरे फोन आए हैं। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही महाराष्ट्र की नई सरकार ने संजय राउत समेत कई नेताओं की सुरक्षा कम कर दी थी।
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