महाराष्ट्र में आख़िरकार वही हुआ, जिसकी कई दिनों से अटकलें लगाई जा रही थीं। सोमवार को महाराष्ट्र की शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से बग़ावत कर बीजेपी को समर्थन देने वाले अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। जबकि मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे सहित 36 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। आदित्य मुंबई की वर्ली सीट से विधायक हैं।
एनसीपी की ओर से अजित पवार के अलावा, दिलीप वलसे पाटिल, धनंजय मुंडे, अनिल देशमुख, हसन मश्रीफ, नवाब मलिक, राजेंद्र शिंगणे, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड और बालासाहेब पाटिल ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। कांग्रेस की ओर से अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, वर्षा गायकवाड़, केसी पडवी, असलम शेख़, केदार सुनील छत्रपाल, अमित देशमुख और यशोमति ठाकुर ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। जबकि शिवसेना की ओर से आदित्य ठाकरे के अलावा संजय राठौड़, गुलाब राव पाटिल, भूसे दादाजी, संदीपन भुमरे, अनिल परब, उदय सामंत और शंकर राव गडख ने ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है।
राज्यमंत्री पद की शपथ लेने वालों में एनसीपी के दत्तात्रेय भरने, अदिति तटकरे, संजय बैंसोडे और प्रजाकत तानपुरे शामिल हैं। कांग्रेस की ओर से सतेज पाटिल और विश्वजीत कदम ने जबकि शिवसेना की ओर से शंभूराज देसाई, अब्दुल सत्तार, बच्चू काडू (निर्दलीय) और राजेंद्र पाटिल येडरवकर (निर्दलीय) ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली है।
28 नवंबर को उद्धव ठाकरे ने जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तो उनके साथ 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। इसमें शिवसेना की ओर से एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई, एनसीपी की ओर से जयंत पाटिल, छगन भुजबल, कांग्रेस की ओर से बाला साहेब थोराट और नितिन राउत ने शपथ ली थी। इससे पहले महाराष्ट्र में जोरदार सियासी ड्रामा चला था जिसमें देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार को मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद इस्तीफ़ा देना पड़ा था।
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