loader
प्रतीकात्मक और फाइल फोटो

सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपी गुजरात से पकड़े गए 

बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने के दो आरोपियों को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गुजरात से गिरफ्तार कर लिया है। प्राप्त सूचना के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने सोमवार की रात इन दोनों को गुजरात के भुज से गिरफ्तार किया है।
 एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की थी। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। गुजरात पुलिस को मुंबई पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन के बारे में सूचित किया था।
आरोपियों के कच्छ जिले में होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसके आधार पर कच्छ की स्थानीय अपराध शाखा को तकनीकी वर्क आउट और निजी मुखबिरों की सक्रियता से सूचना मिली थी कि आरोपी मतानमध मंदिर परिसर में मौजूद हैं। जिसके बाद पुलिस वहां छापेमारी करने पहुंची। 

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि हमले के बाद से ही पुलिस आरोपियों का पीछा कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि घटना के आद आरोपी मुंबई-अहमदाबाद हाईवे की दिशा में फरार हुए थे। 
घटना के बाद पुलिस ने हाईवे पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया और साइबर एक्सपर्ट की भी मदद ली। रिपोर्ट कहती है कि क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर की अगुवाई में पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपियों को एक मंदिर परिसर से गिरफ्तार कर लिया है। 
उनकी पहचान निखिल गुप्ता और सागर पाल के रूप में हुई है। दोनों आरोपी बिहार के चंपारण जिले के एक ही गांव के रहने वाले हैं। दोनों आरोपियों ने अपना अपराध भी कबूल कर लिया है। गोलीबारी करने वाले दोनों आरोपी करीब एक महीने तक नवी मुंबई के पनवेल इलाके में किराए के मकान में रह रहे थे। सलमान खान का फार्महाउस भी इसी इलाके में है।

सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर दो लोगों ने रविवार सुबह करीब पांच बजे चार गोलियां चलाईं थी और मौके से भाग निकले थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने जिस पिस्तौल से फायरिंग की थी, उसे सूरत की नदी में इन्होंने फेंक दिया था।

सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग ने देश भर में सनसनी फैला दी थी। घटना के बाद सलमान खान के घर के बाहर सुरक्षा बंदोस्त कड़े कर दिए थे। मुंबई पुलिस ने गोलीबारी के आरोपियों को 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें