भाजपा एक के बाद एक राज्य में अपने सहयोगी दलों के साथ लोकसभा चुनाव में सीटों की शेयरिंग पर सहमति बनाने में कामयाब होती जा रही है। ताजा जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में भाजपा का अपनी सहयोगी एनसीपी और शिवसेना के साथ सीटों की शेयरिंग को लेकर समझौता हो गया है।
मीडिया में सामने आयी जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों में से भाजपा 31 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। वहीं अजीत पवार की एनसीपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना 13 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ सकती है।
इसकी अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन माना जा रहा है कि इसी फॉर्मूले के तहत महाराष्ट्र में सीटों का बंटवारा एनडीए के घटक दलों के बीच हो गया है।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा अपनी सहयोगी एनसीपी को बारामती, रायगढ़, शिरुर और परभणी सीट देने के लिए तैयार हो गई है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक बारामती सीट एनसीपी और शरद पवार का गढ़ माना जाता है। यहां अभी शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले सांसद हैं। माना जा रहा है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में अजीत पवार अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को इस सीट से उम्मीदवार बना सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो इस सीट पर सुनेत्रा पवार का मुकाबला अपनी ननद सुप्रिया सुले से होगा।
दशकों से यह राजनीतिक परिवार इस सीट से लड़ता और जीतता आया है। हालांकि, अजीत पवार के चौंकाने वाले विद्रोह के बाद पार्टी और उसके समर्थकों में विभाजन के बाद परिवार के सदस्यों के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।
वहीं रायगढ़ की सीट पर एनसीपी महाराष्ट्र के अध्यक्ष और मौजूदा सांसद सुनील तटकरे का मुकाबला शिवसेना यूबीटी गुट के सांसद अनंत गीते से हो सकता है। गीते महाराष्ट्र के कद्दावर नेता हैं और वह मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।
परभणी सीट से एनसीपी शिवसेना यूबीटी गुट के नेता हरिभाऊ जाधव के खिलाफ राजेश विटेकर को चुनावी मैदान में उतार सकती है। वहीं शिरुर लोकसभा सीट पर एनसीपी प्रदीप कांज या अधलराव पाटिल को टिकट दे सकती है। ये दोनों नेता फिलहाल एनसीपी का हिस्सा नहीं हैं।
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