मध्य
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ कांग्रेस छोड़ने जा
रहे हैं। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक कमल नाथ अपने सांसद (छिंदवाड़ा से
लोकसभा सदस्य) पुत्र नकुलनाथ और काफी संख्या में कांग्रेस विधायकों के साथ शनिवार
या रविवार को भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। नाथ अथवा उनके पुत्र की और
से इस खबर को लेकर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों ने ‘सत्य हिन्दी’ को बताया, ‘कमल नाथ और उनके पुत्र नकुल नाथ पार्टी को अलविदा करने का फैसला ले चुके हैं। फैसले में बदलाव के अब कोई आसार नहीं हैं।’
सूत्रों
के अनुसार कमलनाथ और नकुलनाथ बीते दिनों से छिंदवाड़ा के दौरे पर थे। पिता-पुत्र ने
शुक्रवार से लेकर रविवार तक के पूर्व घोषित समस्त कार्यक्रम अचानक निरस्त कर दिए। पूर्व
घोषित कार्यक्रम निरस्त होने को लेकर बताया गया कमलनाथ अस्वस्थ हो गए हैं। कमलनाथ
के घर में ही स्लिप हो जाने के बाद चोटिल होने की खबर भी एक सूत्र ने दी। छिंदवाड़ा
के शिकारपुर कोठी में वे थे।
खबर यह निकल कर आयी कि बीजेपी से डील मुक्कमल हो चुकी है। नाथ शनिवार सुबह पुत्र नकुल और अपने निकटस्थ सहयोगियों के साथ दिल्ली की उड़ान भरेंगे। खबर यह भी आयी कि छिंदवाड़ा सहित पार्टी के अन्य विधायकों से नाथ के सिपाहासालारों ने फोन पर बातचीत की है। नाथ के साथ दर्जन भर से ज्यादा विधायक और काफी संख्या में कांग्रेसजन पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामेंगे।
सूत्रों का कहना है नाथ की भाजपा में एंट्री दिल्ली में होगी। आज अथवा कल की संभावनाएं सूत्र जता रहे हैं। यदि कोई अड़चन आयी तो भी पिता-पुत्र और उनके सहयोगियों के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने में बहुत ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।
पिता
केन्द्र और पुत्र राज्य की राजनीति में एडजस्ट होंगे
सत्रों
की मानें तो ‘डील’ के अनुसार बीजेपी, कमलनाथ को छिंदवाड़ा से लोकसभा का टिकट
देगी। जबकि नकुलनाथ को मोहन यादव सरकार में स्थान मिलेगा। ऐसी स्थिति में नकुल को
लोकसभा सीट छोड़नी होगी और कमलनाथ विधायक पद से इस्तीफा देंगे। नकुल को बाद में
उपचुनाव के जरिये भाजपा राज्य की राजनीति में बनाये रखेगी। नाथ के समर्थक विधायकों
और साथ आने वाले छोटे-बड़े चेहरों को लेकर भी बातचीत हुई है।
बता दें, कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ने और भाजपा
ज्वाइन करने संबंधी खबर लंबे वक्त से चल रही है। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को इस
खबर को तब बल मिला, जब भारतीय
जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी.शर्मा ने कहा, ‘कमल नाथ के लिए भाजपा के दरवाजे खुले
हुए हैं।’
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन की बैठक से जुड़ी ‘खबर’ देने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी.डी.शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी। इस पीसी में कमल नाथ और नकुलनाथ के भाजपा ज्वाइन करने संबंधी अटकलों का बाजार गर्म होने को लेकर सवाल किया गया तो शर्मा ने कहा, ‘जिसका भी मोदी एवं भाजपा की रीति-नीति पर विश्वास है, जो राम मंदिर कार्यक्रम में कांग्रेस के रवैये से आहत हैं, ऐसे सभी के लिए भाजपा का दरवाजा खुला हुआ है।’
यहां बता
दें, कमलनाथ के
भाजपा ज्वाइन करने संबंधी खबरों को लेकर सवाल करने पर पिछले दिनों छिंदवाड़ा में
मोहन यादव सरकार के मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था, ‘हम तो लेंगे नहीं, हमारे दरवाजे तो बंद हैं उनके लिए।’
विजयवर्गीय यहीं नहीं रूके थे, उन्होंने आगे कहा था, ‘क्यों लेंगे भाई? आदमी बाजार में जायेगा तो ताजे फल तोड़ेगा या बासी फल।’ जब पूछा गया वो (कमलनाथ) आना चाहें तो? विजयवर्गीय ने जोर देकर कहा था, ‘दरवाजे बंद हैं।’
के.के.मिश्रा
ने एक्स पर पोस्ट कर हटाया
शुक्रवार
को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वी.डी.शर्मा की प्रेस कांफ्रेंस के बाद मध्य प्रदेश
कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख के.के.मिश्रा ने एक्स पर एक पोस्ट किया एवं कुछ देर
बाद उसे हटाया तो अटकलें और तेज हो गईं।
के.के.मिश्रा
कमलनाथ के विश्वासपात्र नेताओं में गिने जाते हैं। वे तीखे बयानों और भाजपा से सीधे पंगे लेने के लिए जाने जाते हैं। तमाम अटकलों और वी.डी.शर्मा की पीसी के बाद मिश्रा द्वारा किया गया एक्स कुछ यूं था:- ‘मा.@OfficeOfKNath जी के बीजेपी में शामिल होने की कथित चर्चाओं के बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष @vdsharmabjp जी का हास्यास्पद बयान...!! हमने अपने दरवाजे इसलिए खोले हैं जिनके मन में कांग्रेस के राम मंदिर के विरोध की पीड़ा है वे बीजेपी में आ सकते हैं...!
उन्होंने लिखा है कि, ये वही शर्मा जी है, जिन्होंने मर्यादा पुरषोत्तम श्रीराम के चरित्र का बखान करने वाले हमारे धर्मग्रंथ राम चरित्र मानस की प्रतियां जलाने वाली मोनिका बट्टी का भी भाजपा में प्रवेश करवाया, उन्हें संपन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट भी दिया, जिनके पिताश्री रावण के पूजक रहे हैं...?
ये और ऐसे
हैं रामभक्त...?
कमलनाथ जी
तो हैं असली राम और हनुमान भक्त...
के.के.
मिश्रा का उपरोक्त एक्स (सत्य हिन्दी के पास इबारत मौजूद है) कुछ देर बाद एक्स पर मिश्रा के अकाउंट से डिलीट हो गया।
ऐसा माना
जा रहा है, के.के.मिश्रा
ने यह एक्स ‘दबाव’ में डिलीट किया। दरअसल के.के.मिश्रा एक्स (पुराना नाम ट्वीट) पर
पोस्ट कर दी गई सामग्री हटाते नहीं है।
एक्स हटाने और पूरा मामला जानने के लिए ‘सत्य हिन्दी’ ने के.के.मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने कहा पहली बार एक्स हटाया है। पूरे मामले पर संक्षिप्त लेकिन सारगर्भित टिप्पणी में उन्होंने बहुत कुछ संकेत दे दिये। के.के.मिश्रा ने कहा, ‘अभी-अभी बसंत पंचमी निकली है। पतझड़ का मौसम आरंभ हुआ है। पतझड़ में पत्ते झड़ते हैं। कई बार पेड़ केवल ठूंठ में तब्दील होकर रह जाते हैं। ऐसे दरख्तों में कुछ वक्त बाद फिर नई कोपलें फूटती हैं। पत्ते आते हैं। पेड़ हरे-भरे हो जाते हैं। हम भी पतझड़ के बाद दरख्त के हरा-भरा होने का इंतजार करेंगे।’
बड़ा सवाल
नाथ ऐसा क्यों कर रहे हैं?
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तीसरे पुत्र कहे जाने वाले कमलनाथ (नाथ को इंदिरा जी अपना तीसरा पुत्र बताया करती थीं) आखिर पार्टी क्यों छोड़ना चाह रहे हैं? इस बड़े सवाल की गूंज मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली और देश में हो रही है। पार्टी में ही विरोधी तंज कसते हुए कह रहे हैं, ‘राजनीतिक भविष्य के साथ-साथ कारोबार को बनाये रखने, ईडी-सीबीआई एवं इनकम टैक्स से बचने के लिए सबसे सुगम रास्ता मोदी एंड कंपनी से हाथ मिला लेना है।’ विरोधियों का कहना यह भी है, ‘उम्र के अंतिम पड़ाव में पावर के साथ पुत्र के भविष्य को भी तो देखना होगा।
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