मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के बेटों के नाम पर पार्कों के नाम रख दिए गए हैं। कांग्रेस ने जब इस पर आपत्ति जताई तो भाजपा ने सफाई में कहा कि स्थानीय लोगों का शिवराज के बेटों से इतना प्रेम है कि उन्होंने वो नाम रखे हैं। इस घटना ने गुजरात में पीएम मोदी के नाम पर स्टेडियम का नाम रखे जाने की याद दिला दी है।
मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार की पुलिस को आखिर बजरंग दल और विहिप सदस्यों पर लाठीचार्ज क्यों करना पड़ा? जानिए, विवाद होने पर अब इसने क्या क़दम उठाया।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस क्या धार्मिक प्रतीकों के ऊपर निर्भर हो गई है? क्या जो ग़लती बीजेपी ने कर्नाटक में की वही गलती अब कांग्रेस एमपी में करने जा रही है?
इस साल मध्य प्रदेश में चुनाव होने हैं और कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी ने राज्य में एक बड़े अभियान की शुरुआत कर दी है। तो कांग्रेस की कैसी होगी रणनीति और बीजेपी को पटखनी देने के लिए क्या होगा पैंतरा?
कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले वहां हिजाब के मुद्दे को जबरदस्त ढंग से उभारा गया। ऐसा सिर्फ हिन्दू मतदाताओं के ध्रुवीकरण के लिए किया गया। मध्य प्रदेश में भी इस साल विधानसभा चुनाव संभावित हैं। भाजपा ने अभी से इस मुद्दे को उठाना शुरू कल दिया है।
मुरैना के गांव में पुरानी रंजिश को लेकर 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कुल 8 लोगों को गोली लगी थी। यह अपने समय के कुख्यात डकैत पान सिंह तोमर का इलाका है।
चुनाव कर्नाटक में हो रहे हैं। पीएम मोदी वहां जय बजरंग बली बोल रहे हैं लेकिन उसकी प्रतिक्रिया आरएसएस से जुड़ा संगठन बजरंग दल दूसरे राज्यों में दे रहा है। कई राज्यों में बजरंग दल ने जहां प्रदर्शन किए, वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दफ्तर पर हमला कर दिया।
रघुराज सिंह कंसाना 2018 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। विधायक चुने जाने के कुछ समय बाद ही, कमलनाथ सरकार ने उनके खिलाफ दर्ज कराए गए मामलों को खारिज करने का प्रयास किया
राज्य धार्मिक न्यास और
धर्मस्व मंत्रालय की उप सचिव पुष्पा कलेश द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र में मंदिर
समिति से 17 जनवरी को जारी निर्देश का पालन करने और एक रिपोर्ट
देने के लिए कहा गया है।
रामनवमी के दिन मंदिर की बावड़ी के ऊपर बनी छत ज्यादा भीड़ के कारण टूट कर गिर गई, मंदिर परिसर में जब यह घटना हुई समय हवन चल रहा था। निजी ट्रस्ट द्वारा संचालित, मंदिर स्नेह नगर में स्थित है, जो इंदौर की सबसे पुरानी आवासीय कॉलोनियों में से एक है।