एक वक़्त में ब्राह्मण और बनियों की पार्टी कही जाने वाली बीजेपी अब दलितों, ओबीसी वर्ग के बीच तेज़ी से पकड़ बना रही है। लेकिन शायद उसके बड़े नेता अभी भी इसे मूल रूप से ब्राह्मण और बनियों की पार्टी मानते हैं। बीजेपी के महासचिव पी. मुरलीधर राव ने एक ताज़ा बयान में कहा है कि उनकी जेब में ब्राह्मण और बनिया हैं। कांग्रेस ने कहा है कि राव अपने इस बयान के लिए माफ़ी मांगें।
मुरलीधर राव मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रभारी भी हैं। वह सोमवार को भोपाल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान राव ने यह बयान दिया। हालांकि उन्होंने बात को संभालते हुए कहा, “जब बीजेपी शुरू हुई तो उस वक़्त पार्टी के पास एक ख़ास वर्ग के लोग ज़्यादा थे। लेकिन हमें इसे सभी वर्गों के लोगों की पार्टी बनाना है।”
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा है कि बीजेपी सबका साथ, सबका विकास की बात करती है और उसके महासचिव कहते हैं कि ब्राह्मण और बनिया उसकी जेब में हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी महासचिव का यह बयान इन वर्गों का अपमान है।
कमल नाथ ने कहा कि बीजेपी नेता सत्ता के कारण अहंकारी हो गए हैं और उन्हें इन दोनों समुदायों से माफ़ी मांगनी चाहिए। राव के इस बयान पर जैसे ही विवाद बढ़ा, उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि कांग्रेस की आदत तथ्यों और बयानों को तोड़ने-मरोड़ने की है।
ओबीसी-दलित वर्ग पर फ़ोकस
बताना होगा कि बीजेपी ने बीते कुछ महीनों में ओबीसी वर्ग के लिए बड़े क़दम उठाए हैं और उत्तर प्रदेश के चुनाव को देखते हुए वह ओबीसी व दलित वर्ग पर विशेष फ़ोकस कर रही है। बीजेपी ने मोदी कैबिनेट से लेकर योगी कैबिनेट के विस्तार में भी दलित और ओबीसी जातियों को अच्छी-खासी जगह दी थी।
मध्य प्रदेश में हाल ही में हुए उपचुनाव में बीजेपी को वैसी सफलता नहीं मिली है, जैसी उसे उम्मीद थी। राज्य में 2023 में विधानसभा का चुनाव होना है और पार्टी वहां सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है। पिछली बार कांग्रेस ने उसे हटाकर सरकार बनाई थी लेकिन बाद में उसने जोड़-तोड़कर अपनी सरकार बना ली थी।
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