मध्य प्रदेश के सागर में बीते चार दिनों में तीन चौकीदारों को मौत के घाट उतारकर सनसनी फैलाने वाले सिरफिरे सीरियल किलर को पकड़ लिया गया है। आरोपी द्वारा अपना जुर्म कुबूल लेने की सूचना है। सीरियल किलर ने बीती रात भोपाल के बैरागढ़ क्षेत्र में भी एक चौकीदार की हत्या करना स्वीकार किया है।
गृहमंत्री और मध्य प्रदेश सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने आरोपी को पकड़ लेने की पुष्टि की है। मिश्रा के अनुसार आरोपी का नाम शिव प्रसाद है। वह सागर के निकट केसली ब्लॉक के केकरा गांव का रहने वाला है।
सवालों के जवाब में मिश्रा ने कहा, ‘आरोपी सिलसिलेवार चौकीदारों की नृशंस हत्याएं आखिर क्यों कर रहा था? इस बात का खुलासा शाम तक हो पायेगा, उससे सघन पूछताछ की जा रही है। तमाम कड़ियों को जोड़ा जा रहा है।’
मिश्रा के अनुसार सागर में चौकीदार के दूसरे मर्डर के बाद मृतक का मोबाइल आरोपी शिव प्रसाद साथ लेकर भोपाल आ गया था। साथ लाये गये मोबाइल फोन से ही उसका सुराग मिला। लोकेशन को ट्रेस करते हुए सागर पुलिस टीम भोपाल पहुंची। लालघाटी के पास से आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा।
फिलहाल आरोपी को भोपाल के कोहेफिजा थाने में रखा गया है। वहीं उससे पूछताछ चल रही है। पुलिस हत्या की सिलसिलेवार वारदातों की कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रही है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि यह सीरियल किलर एक के बाद एक चौकीदारों की हत्या की वारदातों को आखिर क्यों अंजाम दे रहा था?, पुलिस इस निष्कर्ष तक पहुंचने के प्रयासों में जुटी हुई है।
पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि सिरफिरे आरोपी ने सागर एवं भोपाल में ही चौकीदारों को मौत के घाट उतारा है अथवा उसने ऐसे मर्डर राज्य के अन्य हिस्सों और प्रदेश के बाहर भी तो नहीं किये हैं?
रात में किया चौकीदार का मर्डर
आरोपी शिवप्रसाद ने भोपाल के बैरागढ़ क्षेत्र स्थित मार्बल की दुकान में चौकीदारी करने वाले सोनू (27 वर्ष) को गुरूवार एवं शुक्रवार की दरमियानी रात मौत के घाट उतारा। सोनू, गोरा मार्बल की दुकान पर काम करता था। रात सवा से डेढ़ बजे के बीच सोते हुए सोनू पर मार्बल के टुकड़े से सीरियल किलर शिव ने कई प्रहार किये। इससे सोनू ढेर हो गया। सोनू का मोबाइल फोन नहीं मिला है।
सोनू के घर वालों ने बताया है कि वह चार महीने से पिता की जगह काम कर रहा था। वह मूलतः भिंड का रहने वाला है।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सिरफिरे किलर को पकड़ लेने पर सागर पुलिस की पीठ थपथपाई है। पुलिस के सूत्रों ने आरोपी के मानसिक रूप से बीमार होने का दावा किया है। उधर, सवालों के जवाब में गृह मंत्री मिश्रा ने कहा है, ‘आरोपी सचमुच मानसिक रूप से बीमार है अथवा बचने के लिये विक्षिप्त होने की नौटंकी कर रहा है? इस प्रश्न का जवाब, पुलिस तलाश रही है। आरोपी की पूरी हिस्ट्री का पता भी लगाया जा रहा है। शाम तक सबकुछ स्पष्ट हो जायेगा।’
घरवालों से लड़कर निकला था शिव प्रसाद
पड़ताल में सामने आया है कि शिव प्रसाद अपने गांव नहीं जाता था। अक्सर बाहर रहता था। राखी को वह घर पहुंचा था। तीन दिन रूका था। बाद में माता-पिता से उसका किसी बात को लेकर जमकर विवाद हुआ था। विवाद के बाद वह घर से निकल आया था।
शिवप्रसाद का पारिवारिक बैकग्राउंड मजदूरी का है। माता-पिता और अन्य परिवारजन मजदूरी करके अपना गुजर-बसर करते हैं। शिवप्रसाद क्या करता था? यह अभी पता नहीं चल पाया है।
‘सागर में चार मर्डर, भोपाल में एक’
पहली वारदात- शहर के भैंसा क्षेत्र में 27 अगस्त को एक कारखाने में सो रहे 57 साल के कल्याण सिंह लोधी पर हथोड़े से वार किये गये। लोधी की मौत हो गई। घटना को रात 1 से 3 बजे के बीच अंजाम दिया गया। कारखाने के पास लगे सीसीटीवी कैमरों में संदिग्ध नजर आया।
दूसरी वारदात- दूसरी घटना 29 अगस्त को सिविल लाइन थाना क्षेत्र के आर्ट एण्ड कामर्स कॉलेज परिसर में हुई। आनंद नगर मकरोनिया निवासी 60 वर्ष के शंभूदयाल दुबे के सिर पर पत्थर पटका गया। इस घटना को भी रात 1 से 3 के बीच अंजाम दिया गया। मौके से एक मोबाइल मिला। फिंगर प्रिंट लेकर उसे जांच में लिया गया है।
तीसरी वारदात- 30 अगस्त को हुई। निर्माणाधीन मकान में चौकीदारी करने वाले मंगल अहिरवार पर रात 1 से 4 बजे के बीच फावड़े से हमला बोला गया। उसके सिर पर एक के बाद कई वार कर लहुलूहान हालत में छोड़ दिया गया। गंभीर रूप से ज़ख्मी मंगल को सागर में प्रारंभिक उपचार देने के बाद भोपाल रेफर किया गया। भोपाल में उपचार के दौरान 31 अगस्त को मंगल की मौत हो गई।
मई में हुई थी ऐसी ही वारदात
सागर में 1 मई 2022 को रात 12 से 4 बजे के बीच उत्तम रजक (58 साल) को मौत के घाट उतारा गया था। सोते समय उत्तम पर डंडे से हमला बोला गया था। हमले में उत्तम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। जांच चल रही है। इस वारदात के आरोपी का सुराग नहीं मिला है। भोपाल में पकड़े गये आरोपी ने भी इस हत्या की वारदात को नहीं कबूला है।
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