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एमपी गैंगरेपः मोहन यादव और पुलिस के बयानों में दब गया मामला

मध्य प्रदेश के महू कंटोनमेंट एरिया में सेना के दो ट्रेनी अफ़सरों एवं उनकी महिला मित्रों के साथ मारपीट, लूटपाट, फिरौती मांगने और एक युवती से गैंगरेप मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव में ज़ुबानी जंग छिड़ गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती भी मामले में कूद पड़ी हैं। 
इंदौर में सेना के 2 ट्रेनी अफसरों और उनकी दोस्त से मारपीट करने, बंधक बनाने और गैंगरेप का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया है घटना 10 सितंबर रात करीब ढाई बजे की है, जब अफसर इंदौर के जामगेट घूमने गए थे। पुलिस ने गुरुवार देर शाम कहा कि सभी 6 आरोपियों की पहचान हो चुकी है और 3 को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों ने अफसरों से 10 लाख रुपए भी मांगे। अफसर की दोस्त को दूर झाड़ियों में ले गए। पीड़ित अफसर ने गैंगरेप की आशंका जाहिर की है। पुलिस ने गैंगरेप, लूट, डकैती और आर्म्स एक्ट में केस दर्ज कर लिया है।
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एसपी ग्रामीण हितिका वासल ने कहा, "अस्पताल में भर्ती विक्टिम के बयान दर्ज नहीं किए जा सके हैं। उसका मेडिकल कराया गया है। बयान के आधार पर केस की धाराएं अपडेट की जाएंगी।"

लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने घटना पर दुख जाहिर किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा है, ‘भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर नकारात्मक रवैया चिंताजनक है। घटना समाज और सरकार के लिए शर्मनाक है। सरकार गंभीरता से विचार करे, देश की आधी आबादी की रक्षा की ज़िम्मेदारी से कब तक आंख चुरायेंगे।’

राहुल गांधी के इस बयान पर मुख्यमंत्री मोहन यादव भड़क गए हैं। उन्होंने कहा है, ‘उनकी सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है। राहुल गांधी फ़ुर्सत में हैं। उनकी (कांग्रेस की) सरकारों में क्या हो रहा है ये उनको दिखता नहीं है।’ मोहन यादव यहीं नहीं रूके उन्होंने यह भी कहा, ‘देश को लज्जित करने का काम राहुल गांधी अमेरिका में कर रहे हैं, यह दुर्भाग्य की बात है।’

राहुल और मोहन यादव के बीच ज़ुबानी जंग के बीच कांग्रेस नेत्री और पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का बयान भी आया है। उन्होंने मोहन यादव को हिन्दुत्व कार्ड खेलना छोड़ने और निर्दोषों को बुलडोज़ करने से बाज़ आने की सलाह देते हुए, कानून-व्यवस्था को चाक चौबंद बनाने तथा महिलाओं एवं वंचितों को दबंगों तथा आदतन आपराधियों-निरंकुश भाजपाइयों से बचाने पर काम करने का मशविरा दिया है। 

महू मामले में पुलिस ने कुल 6 आरोपियों में से तीन को पकड़ा है। तीन में एक पर हत्या का मामला दर्ज है। सभी आदतन अपराधी हैं। जो तीन पकड़े गए हैं, उनके नाम अनिल, पवन और रितेश हैं। जबकि रोहित, संदीप और सचिन फ़रार हैं। एसपी ने कहा कि फरार आरोपियों को तलाशने के लिए 10 थानों को अलर्ट किया गया है। सभी आरोपी इंदौर के मानपुर, बडगौंदा के रहने वाले हैं।

पुलिस ने कई बार बदले बयानः बुधवार रात 9 बजे ग्रामीण डीआईजी निमिष अग्रवाल ने घटना के दौरान महिला से गैंगरेप की पुष्टि कर दी थी। उन्होंने कहा था कि अफसरों के साथ जो महिला थी, उसके साथ रेप जैसे गंभीर अपराध को अंजाम दिया गया है। लेकिन डीआईजी अग्रवाल के बयान के बाद एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी ने बुधवार रात 10 बजे कहा कि महिला ने रेप की बात नकार दी है। उन्होंने कहा कि महिला ऐसी किसी घटना से मना कर रही है।

ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने गुरुवार सुबह कहा कि लूट, डकैती, मारपीट, जबरन वसूली का केस दर्ज किया है। फरियादी आर्मी अफसर के बयान के आधार पर रेप का केस भी दर्ज किया गया है, क्योंकि उसने इस बात की आशंका जताई थी।

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पुलिस ने आरोपियों पर 310-2 डकैती, 126-2 जान-बूझकर नुक़सान पहुंचाना, 308-2 जबरन वसूली, डराकर या धमकाकर संपत्ति, पैसे या दस्तावेज हथियाना, 70-1 महिला से गैंगरेप, 296 अश्लील कृत्य/अश्लील इशारे करना, 115-2 मारपीट करना/चोट पहुंचाना तथा 351-2 धमकी देना संबंधी धाराएं लगाईं हैं। 

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बसपा चीफ़ ने घटना को शर्मनाक बताया

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा मध्य प्रदेश के इंदौर में पर्यटक स्थल जामगेट में घूमने गए सेना के दो अफसरों पर हमला, उन्हें बंधक बनाना और उनकी महिला मित्रों के साथ दुष्कर्म की घटना अति-शर्मनाक है। सरकारों द्वारा लगातार हो रही ऐसी जघन्य घटनाओं को उसकी गंभीरता से नहीं लेने से ही स्थिति बेकाबू है। सरकार ध्यान दे।

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क़मर वहीद नक़वी
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