मध्य प्रदेश के मंडला ज़िले की बिछिया तहसील के लफरा गांव में दूसरा पेशाब कांड हुआ है। गांव के सरकारी को-एड हायर सेकेंडरी स्कूल में कला संकाय की कक्षा 11वीं की तीन छात्राएं अंग्रेज़ी क्लास अंटेंड करने के लिए लैब में गईं हुईं थीं। मामला सोमवार का है।
एमपी के इसी स्कूल में हुई घटना
अंग्रेज़ी विषय की कक्षा अटेंड कर ये लौटीं और इनमें से एक ने वॉटर बॉटल से पानी पीया तो उसे पानी कड़वा एवं अजीब सा लगा। सहेलियों को बताया। छात्राओं ने अपनी-अपनी वॉटर बॉटल को सूंघा तो पेशाब जैसी बदबू आयी। पानी का रंग भी बदला हुआ लगा। बताया गया है माजरा भांपने के बाद छात्राओं ने अपने शिक्षक और प्राचार्य को शिकायत की। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने मसले को तूल न देने की हिदायत देते हुए मामले को रफ़ा-दफ़ा करने का प्रयास किया।
कथित हिदायत के बाद छात्राओं ने बॉटल के पानी (वास्तव में पेशाब) को फेंककर कक्षाओं का रूख कर लिया। स्कूल की छुट्टी के बाद घर पहुंचकर जब परिजनों को छात्राओं ने पूरी बात बताई तो वे भड़क गये। परिजन और ग्रामवासी मंगलवार को स्कूल पहुंचे। जमकर बवाल किया। मामले की भनक लगी तो स्थानीय अफ़सर मौक़े पर पहुंचे। शिकायतें सुनीं। थाना बम्हनी बंजर में प्रकरण पंजीबद्ध हुआ है। पुलिस सरगर्मी से आरोपियों की तलाश कर रही है।
छात्रों पर जताई आशंका
पीड़ित छात्राओं और उनके परिजनों ने कक्षा के उन पांच छात्रों पर गंदी हरकत करने की आशंका जताई है, जो लड़कियों के अंग्रेज़ी क्लास अटेंड करने के लिए जाने के बाद कक्षा में ही मौजूद रहे थे। दरअसल छात्राएँ अपना बैग, टिफ़िन और वॉटर बॉटल हमेशा की तरह कक्षा में ही छोड़कर गईं थीं। पुलिस ने छात्रों से पूछताछ की है। आज भी जांच-पड़ताल जारी रहने वाली है।स्कूल जाकर सरकारी अधिकारी घटना की जानकारी लेते हुए
नायब तहसीलदार ने की घटना की पुष्टि
नायब तहसीलदार साक्षी शुक्ला के अनुसार घटनाक्रम सोमवार का है। इस स्कूल की दो छात्राओं की पानी की बोतल में कुछ अज्ञात पदार्थ मिलने की सूचना है। वो पदार्थ क्या है? अभी इसकी जांच चल रही है। ग्रामीणों और छात्राओं के परिजन ने शिकायत प्राचार्य से की है। उन्होंने हमें कुछ पुराने मामले भी बताए है। अधिकारियों के संज्ञान में मामला पहुंचा दिया है। जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी।पहले भी सुर्ख़ियों में रहा है यह स्कूल
लफरा स्कूल पहले भी विवादों में रहा है। एक शिक्षक की विदाई पार्टी में शराब और कबाब परोसने के आरोप लगे थे। छात्राओं को भोंडे फ़िल्मी गानों पर नचाने की शिकायत भी हुई थी। शाला प्रबंधन समिति, जनपद पंचायत सदस्य शिक्षा समिति एवं ग्राम पंचायत में शिकायत दर्ज कराई गई थी। वक़्त बीतने के साथ मामला ठंडा पड़ गया था। ताज़ा घटनाक्रम के बाद पुरानी शिकायतें खोल दी गईं हैं। प्रभारी प्राचार्य को इनकॉम्पिटेंट करार देते हुए सख़्त कार्रवाई की मांग हो रही है।
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