मध्य प्रदेश में सभी सीटों पर और छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए मतदान संपन्न हो गया है। शाम 6 बजे तक मध्य प्रदेश में 71.16 फीसदी और छत्तीसगढ़ में शाम 5 बजे तक क़रीब 67.34 फ़ीसदी मतदान हुआ है। इससे पहले सुबह 9 बजे तक मध्य प्रदेश में 10.39% मतदान हुआ था, जबकि छत्तीसगढ़ में 5.71% मतदान हुआ था। एएनआई ने पुलिस के हवाले से बताया कि मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के दिमनी विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार सुबह दो समूहों के बीच पथराव हुआ, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। एमपी में 230 विधानसभा सीटों पर 2,533 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए शुक्रवार सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हुई। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूर्ववर्ती और प्रतिद्वंद्वी कमलनाथ जैसे राजनीतिक दिग्गजों का भविष्य दाँव पर है।
मजबूत लोकतंत्र और प्रदेश के विकास के लिए...
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 17, 2023
मैंने वोट कर दिया है, आप भी अवश्य कीजिये... pic.twitter.com/khH9rAYIgK
कमलनाथ जी ने मतदान किया
— MP Congress (@INCMP) November 17, 2023
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने छिंदवाड़ा में अपना मतदान किया और मध्य प्रदेश नवनिर्माण की नींव रखी।
“जय कांग्रेस, जय मध्यप्रदेश” pic.twitter.com/GofMVmbNX3
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 19 जिलों की 70 विधानसभा सीटों के भाग्य का फैसला होगा। कम से कम 958 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके डिप्टी टीएस सिंह देव सहित कई हाई-प्रोफाइल नेताओं का भविष्य तय होगा। छत्तीसगढ़ में कड़े सुरक्षा उपायों के बीच मतदान हो रहा है जिसमें कुल 1.63 करोड़ मतदाता 18,806 मतदान केंद्रों पर मतदान करने के लिए पंजीकृत हैं। 7 नवंबर को हुए चुनाव के पहले चरण में 20 निर्वाचन क्षेत्र शामिल थे, जिनमें नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग भी शामिल था।
मध्य प्रदेश में भी कड़े सुरक्षा प्रतिबंध किए गए हैं। राज्य के बालाघाट जिले की बैहर, लांझी और परसवाड़ा सीटों, मंडला जिले की बिछिया और मंडला सीटों के 55 बूथों और डिंडौरी जिले के सभी नक्सल प्रभावित 40 मतदान केंद्रों पर मतदान शाम दोपहर तीन बजे तक हुआ। इनको छोड़कर एमपी के बाकी सभी बूथों पर मतदान शाम 6 बजे तक हुआ।
एमपी में प्रमुख उम्मीदवार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (बुधनी) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (छिंदवाड़ा) के अलावा, बीजेपी के तीन केंद्रीय मंत्री- नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से चुनाव लड़ रहे हैं और तीन लोकसभा सांसद राकेश सिंह, गणेश सिंह और रीति पाठक भी मैदान में हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बेटे और पूर्व राज्य मंत्री जयवर्धन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह क्रमशः अपनी पारंपरिक राघौगढ़ और चुरहट सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं।
एमपी में सत्ता के मुख्य दावेदारों- कांग्रेस और भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी समेत अन्य दलों ने भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।
छत्तीसगढ़ में बड़े चेहरे
पाटन निर्वाचन क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला होगा। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनकी पारंपरिक सीट से मैदान में उतारा है जबकि बीजेपी ने उनके खिलाफ बघेल के भतीजे और सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को पाटन सीट से मैदान में उतारा है। सक्ती विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के चरण दास महंत और भाजपा के खिलावन साहू के बीच चुनावी लड़ाई होगी। दास वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा में अध्यक्ष हैं।
उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं। बीजेपी ने पूर्व कांग्रेस नेता रहे राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा है। बीजेपी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण साव को लोरमी सीट से कांग्रेस के थानेश्वर साहू के खिलाफ मैदान में उतारा है। केंद्रीय मंत्री और सांसद रेणुका सिंह भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं, जहां कांग्रेस ने गुलाब सिंह कमरो को मैदान में उतारा है।
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