कमल नाथ सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस के सीनियर विधायक उमंग सिंघार के ख़िलाफ़ भोपाल पुलिस ने महिला मित्र को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। पहले से शादी-शुदा और दो बेटों के पिता सिंघार राज्य की पूर्व उप मुख्यमंत्री जमुना देवी के सगे भतीजे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी युवा नेताओं में सिंघार की गिनती होती है।
बता दें कि उमंग सिंघार के भोपाल स्थित निजी निवास पर रविवार शाम को हरियाणा की 39 वर्षीय महिला सोनिया भारद्वाज ने सुसाइड कर लिया था। आरोप है कि सिंघार और अंबाला निवासी यह महिला काफी वक्त से लिवइन में रह रहे थे।
महिला ने जब सुसाइड किया तब सिंघार के घर पर उनका नौकर और एक अन्य कारिंदा था। जबकि सिंघार स्वयं भोपाल से साढ़े तीन सौ किलोमीटर दूर धार जिले के अपने विधानसभा क्षेत्र गंधवानी में थे।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा था। मृत मिली महिला के पर्स से एक सुसाइड नोट मिला था। जिसमें उसने अपनी मर्जी से मौत को गले लगाने और किसी को परेशान न करने की बात करते हुए तमाम अन्य बातें लिखीं थीं। पुलिस ने सुसाइड नोट और मौके पर मिले अन्य अहम साक्ष्यों को अपने कब्जे में लेकर पड़ताल शुरू कर दी थी। नौकर व कर्मचारी के बयान लिये थे।
कौन है वो!
महिला ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है, “तुम गुस्से के बहुत तेज हो, अब सहन नहीं होता। मैं तुम्हारी जिंदगी में जगह चाहती हूं। मुझे माफ करना, मैं तुम्हें बहुत चाहती हूं। आई लव यू।”
महिला भी पहले से थी शादी-शुदा
पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि महिला भी पहले से शादी-शुदा है। उसका 18 साल का बेटा है। पति के बारे में तो मालूम नहीं चला। लेकिन अंबाला में वह बेटे और अपनी मां के साथ रहा करती थी।
कामकाज के सिलसिले में उसका दिल्ली आना-जाना होता था। दिल्ली में ही उमंग सिंघार से उसकी मुलाकात हुई। शादी के विवाह के विज्ञापन के बाद ही सिंघार से वह मिली। बाद में दोनों में दोस्ती हो गई। काफी समय साथ बिताने लगे। बाद में दोस्ती ‘प्रगाढ़’ हो गई। महिला भोपाल आकर मंत्री के घर रहने लगी।
पुलिस जांच के अनुसार, महिला पहले भी कई बार भोपाल आयी। कई-कई दिनों तक रूकी। अभी भी सप्ताह भर से अधिक समय से वह भोपाल में थी। तीन दिन पहले सिंघार धार जिले की गंधवानी विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर चले गये थे। महिला यहीं थी।
अंतिम संस्कार में शामिल हुए सिंघार
महिला के सुसाइड का मामला सामने आने के बाद सिंघार ने रविवार को कहा था, “सोनिया भारद्वाज मेरी अच्छी मित्र थीं।” आज भोपाल में सोनिया का अंतिम संस्कार किया गया। सोनिया का बेटा आर्यन और उसकी नानी भी भोपाल आये। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की। विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार के कर्मकांड के दौरान सिंघार पूरे वक्त मौजूद रहे। सोनिया की मां को उन्होंने गले भी लगाया।
उधर, जब आर्यन ने मीडिया को बयान दिया तो पूरे मामले ने अलग मोड़ ले लिया। आर्यन ने बताया कि उसकी मां और उमंग सिंघार काफी वक्त से संपर्क में थे। विवाह संबंधी विज्ञापन के बाद उसकी मां की मुलाकात सिंघार से हुई थी। बहुत जल्दी मां और सिंघार शादी करने वाले थे। दोनों के घर के लोगों को यह बात मालूम थी। किसी को कोई आपत्ति नहीं थी। मां की आत्महत्या और उकसाने जैसी बातों पर उसे (आर्यन को) विश्वास नहीं है।
आर्यन के बयान के बाद उमंग सिंघार ने भी मीडिया के सामने सोनिया से शादी करने की बात कबूल की।
सिंघार ने कहा, “बेवजह मामले को तूल दिया जा रहा है। सोनिया के परिवारजनों को पुलिस परेशान कर रही है। मनमाफिक बयान देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। सरकार और सत्तारूढ़ दल बीजेपी पूरे मामले पर सियासत कर रहे हैं।”
बीजेपी के निशाने पर हैं सिंघार
असल में मामला सामने आने के बाद से ही सिंघार बीजेपी के निशाने पर हैं। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच और सिंघार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग बीजेपी की ओर से की जा रही है। बीजेपी की एक नेत्री ने तो पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग तक कर डाली है।
नेत्री ने राहुल गांधी से भी सवाल किया है कि महिला अत्याचार पर आये दिन बयान देने वाले राहुल अपने कृपापात्र सिंघार के मामले में चुप्पी क्यों साधे हैं? सिंघार के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं।
बहुविवाह की प्रथा है
उमंग सिंघार जिस आदिवासी बिरादारी से आते हैं, उसमें बहु विवाह की प्रथा है। शायद यही वजह है कि सिंघार ने भी खुलकर इस बात को स्वीकारा है कि वे सोनिया से विवाह रचाने वाले थे। विवाह के पूर्व सोनिया ने ऐसा कदम क्यों उठा लिया? वह यह बात समझ नहीं पा रहे हैं।
पुलिस ने 306 में दर्ज किया मामला
भोपाल पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में आईपीसी की धारा 306 के तहत उमंग सिंघार पर सोमवार शाम को प्रकरण दर्ज किया है। तमाम पहलुओं की जांच पुलिस कर रही है। राज्य के गृह मंत्री और सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने मामले पर सिसायत के आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा है कि मामला गंभीर है। पुलिस जांच कर रही है। जांच में मिलने वाले तथ्यों के आधार पर राज्य पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
उधर, सिंघार ने सोमवार की रात भोपाल के डीआईजी को एक पत्र दिया है। इस पत्र में उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है। सिंघार ने यह भी कहा है, “पत्र में दिये गये बिन्दुओं की जांच पूर्ण न होने तक एफआईआर को स्टे किया जाये।”
दिग्विजय से भिड़ गये थे सिंघार
कमल नाथ सरकार में वन मंत्री रहे सिंघार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से सीधे भिड़ गये थे। दोनों के बीच जमकर बयानबाजी हुई थी। मंत्रियों के कार्यों में हस्तक्षेप और दबाव बनाने के आरोप सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर लगाये थे। धन वसूली के सनसनीख़ेज़ आरोप भी सिंघार ने सिंह पर लगाये थे। पूरा विवाद जमकर मीडिया की सुर्ख़ियों में रहा था।
सिंघार की गिनती ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के लोगों में हुआ करती थी। दिग्विजय सिंह से टकराव के वक्त माना गया था कि सिंधिया की शह पर सिंघार ऐसा कर रहे हैं। राहुल गांधी का सिर पर हाथ होने की चर्चाएं भी मीडिया में खूब हुई थीं। दरअसल, दिग्विजय सिंह से पंगा लिये जाने के बावजूद कमल नाथ द्वारा सिंघार पर कोई एक्शन नहीं लिया गया था। यह बात भी सुर्खियों में रही थी।
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