मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले से कांग्रेस के विधायक वीर सिंह भूरिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जिला प्रशासन उनके खिलाफ सरकारी कामकाज में बाधा डालने और मारपीट सहित कई धाराओं में मुकदमा कायम करने की तैयारी में है।
वीर सिंह भूरिया, झाबुआ जिले की थांदला विधानसभा सीट से दूसरी मर्तबा कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने हैं। क्षेत्र के लोग उन्हें गांधी (बापू) मानते हैं।
लोगों के हर सुख-दुःख में खड़ा रहने, सहज सुलभ और साफ-साफ बोलने वाले के तौर पर उनकी पहचान है। भूरिया ने अपने दोनों चुनाव बहुत बड़े अंतरों से जीते हैं। लेकिन बुधवार की शाम सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो ने उन्हें तमाम सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है।
कुल 51 सेकेंड की अवधि वाले वायरल वीडियो में 57 साल के वीर सिंह भूरिया अपने समर्थक के साथ एक शख्स की ‘क्लास’ लेते नज़र आते हैं। बाद में वे आपा खो बैठते हैं और अपने पैर का जूता उतारकर उस शख्स को पीटना शुरू कर देते हैं।
एक के बाद एक, कई जूते उसके सिर और बदन के अन्य हिस्सों पर मारते हैं।
निर्माण कार्य की गुणवत्ता से थे असंतुष्ट
बताया गया है विधायक भूरिया उनके निर्वाचन क्षेत्र में नल-जल योजना के अंतर्गत बन रही पानी की टंकी के निर्माण की गुणवत्ता से संतुष्ट नहीं थे। वह काम का निरीक्षण करने पहुंचे थे। पहले उन्होंने पूछताछ की और बाद में आपा खोते हुए जूता निकालकर सुपरवाइजर को पीट दिया।
‘सत्य हिन्दी’ ने विधायक भूरिया से संपर्क किया। मामले के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वे वाहन चला रहे हैं। गंतव्य पर पहुंचकर बात करेंगे। बाद में ‘सत्य हिन्दी’ ने उनसे कई बार संपर्क किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
झाबुआ के कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने ‘सत्य हिन्दी’ को बताया कि वीडियो चार-पांच दिन पुराना है। बुधवार की शाम को यह वीडियो वायरल हुआ है और उनके संज्ञान में गुरूवार सुबह आया है। घटनास्थल कचलदरा गांव है।
उन्होंने बताया, जूतों से पिटाई करने वाले विधायक वीर सिंह भूरिया लग रहे रहे हैं। जबकि पिट रहा शख्स थांदला विधानसभा क्षेत्र में नल-जल योजना का काम कर रही गुजरात की एक एजेंसी का कर्मचारी है। वायरल हुए वीडियो की जांच की जा रही है।
कलेक्टर के अनुसार, इस काम को 2024 तक पूर्ण करना है। करीब सवा दो करोड़ का काम है। इसके टेंडर हुए थे। लेने वाली एजेंसी ने टंकी के निर्माण का कार्य करीब-करीब पूरा कर लिया है। टंकी के अलावा टंकी से घर-घर तक पानी पहुंचाने के लिए लाइन बिछाने का काम अभी चल रहा है।
उन्होंने बताया घटना के बाद से पिटाई का शिकार कर्मचारी नदारद है। हमने एजेंसी के मुखिया को तलब किया है। पूरा मामला जानने-समझने और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
कलेक्टर मिश्रा ने सवालों के जवाब में स्वीकारा, कोई भी महत्वपूर्ण शख्स हो उसे कानून को अपने हाथों में लेने की इजाजत नहीं है। विधिवत शिकायत करके भी संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करायी जा सकती है।
कलेक्टर ने कहा, ‘मामले की छानबीन के बाद प्रशासन विधि अनुसार कार्रवाई करेगा।’
घिरते रहे हैं भूरिया
वीर सिंह भूरिया अपने विवादित बयानों और बिगड़े बोलों को लेकर घिरते रहे हैं। सिंधिया के साथ कांग्रेस पार्टी छोड़ने वालों को लेकर श्योपुर की एक सभा में भूरिया ने कहा था कि जो विधायक कांग्रेस छोड़कर गए, उन्हें अब जूते पड़ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर भी जूते पड़ने संबंधी विवादास्पद बयान देकर बखेड़ा किया था।
भूरिया ने पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को लेकर कहा था, ‘पार्टी में जान फूंकने के लिए 75 साल का डोकरा, इधर-उधर जा रहा है।’
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