यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है, तो जनता भगवान है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 6, 2023
किसी के साथ भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है। pic.twitter.com/vCuniVJyP0
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सीधी पेशाब कांड के पीड़ित और उनके परिजनों को सीएम हाउस में बुलाकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को “दुख बांटा।” सीएम ने पीड़ित के पैर धोए, शाल ओढ़ाकर सम्मान किया और उसके साथ भोजन भी किया।
परिवार का हाल जाना
बताया गया है सीएम चौहान ने पीड़ित से पूछा कितने बच्चे हैं और पढ़ाई कर रहे हैं कि नहीं। किसी भी तरह की कोई परेशानी तो नहीं और आगे हो तो मुझसे कहना। इसके बाद सीएम चौहान पीड़ित युवक दशमत को भोजन कराने अंदर ले गए।”कांग्रेस ने लिया आड़े हाथों
इस पूरे मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह और भाजपा को जमकर आड़े हाथों लिया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के अध्यक्ष के.के.मिश्रा ने “सत्य हिंदी” से कहा, “पहले बीजेपी नेता ने पाशविकता की हद पार कर पीड़ित के सिर पर पेशाब की और अब सीएम ने राजनीतिक रोटियां सेंकने और वोट बैंक के ख़ातिर अपमानित किया।84 आदिवासी सीटों का “खेल ख़राब”
मध्यप्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में 47 आदिवासियों के लिए रिज़र्व हैं। राज्य में क़रीब दो करोड़ आदिवासी हैं। रिज़र्व सीटों के अलावा 37 सीटें और भी ऐसी हैं जहां ट्राइबल वोट जीत-हार में महत्वपूर्ण रोल अदा करता है।
कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 47 रिज़र्व सीटों में से 30 सीटें जीती थीं। जबकि भाजपा को 16 सीटें मिलीं थीं। आदिवासी सीटों की बदौलत ही कांग्रेस ने 114 का आंकड़ा छूकर भाजपा को सत्ता से बाहर किया था।
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