मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चल रही वेब सीरीज ‘आश्रम-3’ की शूटिंग के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रविवार को जमकर बवाल किया। सीरीज के शीर्षक (आश्रम-3) पर आपत्ति जताने पहुंचे कार्यकर्ताओं ने सीरीज के निर्माता और फिल्म मेकर प्रकाश झा की टीम के सदस्यों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। प्रकाश झा पर स्याही फेंकी। वैनिटी वैन समेत आधा दर्जन गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की।
प्रकाश झा अपनी टीम के साथ भोपाल की पुरानी सेन्ट्रल जेल में वेब सीरीज के दृश्यों को फिल्मा रहे थे। सीरीज में लीड रोल निभा रहे बॉबी देओल समेत कई जाने-माने सितारे वहां मौजूद थे। रविवार शाम के वक़्त जेल परिसर के बाहर कुछ शॉट फिल्माये जा रहे थे।
बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक सुशील शिडोले की अगुवाई में शूटिंग स्थल पर छापामार दस्ते के अंदाज में पहुंचे करीब ढाई सौ कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। कुछ कार्यकर्ता अचानक उग्र हो गये। उन्होंने शूटिंग कर रही टीम के सदस्यों से धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू कर दी।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक वैनिटी वैन और शूटिंग में लगे आधा दर्जन के लगभग चार पहिया वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की।
शूटिंग में उपयोग होने वाली मशीनरी, कैमरों और अन्य कीमती उपकरणों वाले वाहन को भी अपने निशाने पर लिया। प्रकाश झा की टीम के सदस्यों और सुरक्षा कर्मियों ने इसका विरोध किया तो कार्यकर्ता और ज्यादा उग्र हो गये और उन्होंने टीम के कई सदस्यों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
मीडिया से की बदसुलूकी
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मीडिया को भी नहीं बख्शा। घटनाक्रम को कैमरे में कैद करते मीडिया के कैमरामैनों और रिपोर्टर्स से भी बदसुलूकी की। पूरे घटनाक्रम में दो दर्जन के लगभग लोग इन कार्यकर्ताओं के उपद्रव का शिकार हुए। वेब सीरीज की टीम के आधा दर्जन सदस्यों को ज़्यादा चोटें आयी हैं।
झा के साथ की धक्का-मुक्की
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रकाश झा के साथ भी धक्का-मुक्की की। सुरक्षा कर्मियों ने झा को कार्यकर्ताओं से बचाकर सुरक्षित वैनिटी वैन में पहुंचाया। सुरक्षा घेरे में होने के दौरान कार्यकर्ताओं ने झा पर स्याही फेंकी। स्याही से झा के कपड़े और चेहरा तर हो गया। बॉबी देओल भी झा के साथ वैनिटी वैन में बैठे रहे। टीम के सुरक्षा कर्मी वैन को अपने घेरे में लिये रहे।
शूटिंग स्थल से पांच सौ मीटर की दूरी पर पुलिस कंट्रोल रूम है। कई थाने हैं। जबरदस्त हंगामे की भनक लगने पर डीआईजी इरशाद वली के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस बल ने कार्यकर्ताओं को खदेड़ा और वैनिटी वैन को सुरक्षा घेरे में ले लिया।
झा ने नहीं की शिकायत
प्रकाश झा और उनकी टीम की ओर से रविवार देर रात तक कोई शिकायत पुलिस में दर्ज नहीं करवाई गई थी। झा ने पुलिस में शिकायत करने से इनकार कर दिया था। वे मीडिया से बातचीत के लिए भी राजी नहीं हुए थे।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के हमले में घायल प्रकाश झा की टीम के सदस्य राजवीर ने कहा, ‘शूटिंग के दौरान इस तरह की बर्बरता और हमला उचित नहीं है। इससे प्रदेश की बदनामी होती है। ऐसा होने पर आगे से कोई शूटिंग करने के लिए मध्य प्रदेश नहीं आयेगा।’
आश्रम-3 नाम पर आपत्ति
उधर, बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक सुशील शिडोले ने मीडिया से कहा, “आश्रम-3 नाम गलत है। हमें इस पर आपत्ति है। हमारी मांग नाम बदलने की है। इसी मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया है।”
एक सवाल के जवाब में शिडोले ने कहा, “मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने के लिये फिल्म मेकरों को शूटिंग की अनुमति दी है। यह अनुमति हिन्दू समाज को अपमानित करने के लिए कतई नहीं दी गई है।’
दिया था अल्टीमेटम
मध्य प्रदेश में हिन्दू धर्म की पैराकारी करने वालों ने तीन दिन पहले ही अल्टीमेटम दे दिया था। संस्कृति बचाओ मंच के संयोजक चंद्रशेखर तिवारी ने अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि हिन्दू धर्म को लक्ष्य बनाने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
तिवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा था, “एक-दो आश्रम में हुए गलत कार्यों को आधार बनाकर और वेब सीरीज का नाम आश्रम रखकर हरेक आश्रम को बदनाम किया जाना ठीक नहीं है।” तिवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मांग की थी कि भोपाल में इस वेब सीरीज की शूटिंग को रोका जाये।
कहा जा रहा है कि इस चेतावनी को पुलिस ने गंभीरता से लिया होता तो रविवार को हुआ घटनाक्रम शायद नहीं होता।
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