मध्य प्रदेश की व्यावसायिक नगरी इंदौर में कोरोना संक्रमण को लेकर हालात बेकाबू हो चले हैं। शहर में मंगलवार को एक साथ 17 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सोमवार को ही 40 संदिग्धों के सैंपल लेकर भोपाल एम्स में भेजे गए थे, जिनमें से 17 नये मामले की पुष्टि हुई है। सोमवार को शहर में कोरोना पाॅजिटिव दो मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। मंगलवार को एक साथ इतने मामले आने से खौफ फैल गया है। इंदौर में मरीजों की संख्या बढ़ने की रफ्तार काफ़ी तेज़ हो गई है।
इंदौर में नये कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर अब 64 हो गई है। इसमें से 44 इंदौर के ही हैं। 24 मार्च को 5 केस आए थे और 31 मार्च को 44 हो गए। यानी सात दिन में क़रीब 780 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इंदौर के बाद सबसे ज़्यादा 8 पाॅजिटिव जबलपुर में और 5 उज्जैन में पाए गए हैं। भोपाल में तीन, ग्वालियर और शिवपुरी में 2-2 मरीज मिले हैं। इंदौर में सोमवार को दो और मौतों के बाद प्रदेश में कोरोना से कुल मृतकों की संख्या पाँच हो गई है। तीन इंदौर और दो मौतें उज्जैन में हुई हैं।
कोरोना संक्रमण से देश में 27 राज्य प्रभावित हैं। इसमें मध्य प्रदेश दसवें नंबर पर है। लेकिन, शहरों की बात करें तो 24 मार्च तक कोरोना मुक्त रहा इंदौर बीते पाँच दिनों में देश के सबसे संक्रमित शहरों की सूची में आठवें नंबर पर आ गया है। केरल में देश का पहला मरीज 30 जनवरी को सामने आया था। महाराष्ट्र और दूसरी जगहों पर मार्च के पहले और दूसरे हफ्ते में मरीजों का आना शुरू हुआ।
एक साथ 17 नये रोगी मिलने से इंदौर ज़िला प्रशासन सकते में आ गया है। इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे की चिंताएँ भी बढ़ गई हैं।
देश भर में लाॅकडाउन है। इंदौर में लाॅकडाउन को लेकर कोताही बरतने की लगातार शिकायतें आ रही थीं। शहर के कई घनी बस्ती वाले इलाक़ों में लोगों द्वारा लाॅकडाउन का पालन नहीं करने की शिकायतें सतत मिल रही थीं। रविवार को शिवराज सिंह सरकार ने कलेक्टर को बदला था। पुराने कलेक्टर को बदलते हुए भोपाल में पदस्थ मनीष सिंह को इंदौर कलेक्टर पद की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी। मनीष सिंह पद भार संभाल चुके हैं।
सोमवार से उन्होंने ज़्यादा सख्ती दिखाना शुरू किया है। लाॅकडाउन तोड़ने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त एक्शन भी शुरू किया गया है। सबकुछ बंद किया गया है। दूध का वितरण भी रोका गया था। हालाँकि सोमवार शाम पुलिस और प्रशासन के साये में दूध का वितरण हुआ।
सलमान खान के भतीजे की मौत
फ़िल्म स्टार सलमान ख़ान के इंदौर निवासी भतीजे अब्दुल्लाह ख़ान की सोमवार रात मौत हो गई। फेफड़ों के संक्रमण के चलते दो दिन पहले उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब्दुल्लाह की जाँच रिपोर्ट आना बाक़ी है। अभी यह तय नहीं है कि वह कोरोना संक्रमित थे या नहीं? चूँकि उन्हें वे सारे लक्षण थे, जो कोरोना पाॅजिटिव रोगी में होते हैं, लिहाजा यह कयास भर है कि अब्दुल्लाह की मौत की वजह कोरोना हो सकता है।
इटली-ईरान से 500 लोग लाए जाएँगे भोपाल!
कोरोना संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से चल रही कथित ख़बरों के बीच उस ख़बर ने भोपालवासियों को चिंता में डाल दिया है, जिसमें कहा जा रहा है इटली और ईरान में फँसे मध्य प्रदेश के 500 लोगों को भोपाल लाए जाने की तैयारियाँ हैं। कहा जा रहा है कि भोपाल में सेना के अधिकार क्षेत्र वाले ईएमई सेंटर अस्पताल में इन्हें क्वरेन्टाइन किया जाएगा।
सभी जानते हैं इटली और ईरान कोरोना से बेहद प्रभावित हैं। कोरोना से सबसे ज़्यादा मौतें इटली में दर्ज हुई हैं। ईरान में भी मौतों और संक्रमण का आँकड़ा दुनिया भर के प्रभावित देशों वाली सूची में ऊपरी पायदान पर है। लोगों के चिंतित होने की वजह इस तरह की ख़बरों का ज़िला प्रशासन अथवा सरकार द्वारा अब तक किसी तरह का खंडन नहीं किया जाना है।
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