मोदी सरकार की वापसी के लिहाज़ से आख़िरी तीन चरणों की 169 सीटें अहम हैं। इसे देखते हुए इन सीटों पर बीजेपी को जिताने के लिए संघ परिवार ने भी पूरी ताक़त झोंक दी है।
लोकसभा चुनावों के बीच राहुल गाँधी ने एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने चुनौती दी कि प्रधानमंत्री स्टेज पर खड़ा होकर वे बातें नहीं कह सकते हैं जो वह 2014 में कह रहे थे।
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी और उस्मानाबाद ज़िला चुनाव अधिकारी की रिपोर्टों को दरकिनार कर आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दिया है।
चुनाव आचार संहिता तोड़ने के लिए चुनाव आयोग ने गुरुवार सुबह से तीन दिन के लिए प्रज्ञा के चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया है। सवाल यह है कि उनके चुनाव प्रचार क्यों बार-बार विवाद खड़े हो रहे हैं?
पुलवामा आतंकवादी हमले और बालाकोट हमले के नाम पर मतदाताओं से वोट डालने के लिए अप्रत्यक्ष रूप से कहने पर चुनाव आयोग ने नरेंद्र मोेदी को क्लिन चिट दे दी है। लेकिन एक दूसरे मामले में राहुल गाँधी को नोटिस दिया गया है।
अपने डेढ़ दशक के लंबे राजनैतिक जीवन में पहली बार कड़े मुक़ाबले में फँसे राहुल गाँधी ने अमेठी का क़िला फ़तह करने के लिए पहली बार 100 से ज़्यादा बाहरी नौजवानों की फ़ौज उतार दी है।
पश्चिम बंगाल में इस बार संसदीय चुनाव का अब तक का सबसे जबरदस्त मुक़ाबला चल रहा है। टीएमसी और बीजेपी के बीच नोकझोंक से लगता है कि लड़ाई प्रधानमंत्री मोदी और ममता बनर्जी के बीच हो।
भारत के कॉरपोरेट जगत ने मुंबई में मतदान के बाद यह संकेत दे दिया है कि यदि वपक्षी गठबंधन की सरकार बनती है तो उन्हें कोई दिक्क़त नहीं होगी। यह बदलाव का संकेत माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आपको अति पिछड़ा घोषित करके एक नया राजनीतिक दाँव खेला है। 2014 के चुनावों से पहले उन्होंने ख़ुद को नीची जाति का घोषित कर दिया था। ऐसा क्यों?
शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल इस बार फ़िरोज़पुर में अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं। इस चुनाव में उनकी जीत के साथ ही उनका राजनीतिक भविष्य तय हो जायेगा।
उत्तर प्रदेश की हाई-प्रोफ़ाइल सीटों में से एक लखनऊ का हाल भी कुछ-कुछ बनारस जैसा हो गया है। तमाम दावों के बाद भी राजधानी लखनऊ से राजनाथ सिंह के मुक़ाबले कोई नामचीन हस्ती क्यों नहीं उतरी?
चुनाव आचार संहिता के ‘उल्लंघन’ के मामले में क्या अब प्रधानमंत्री मोदी के ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी? इसकी संभावना इसलिए बनती है कि यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया है।